जागेश्वर मन्दिर नवाबगंज में 5 अगस्त सोमवार को ऐतिहासिक दंगल का आयोजन होगा। यहाँ उन्नाव के जैतीपुर की बुलई मिट्टी से तैयार अखाड़े पर देश के पहलवान अपने दांव पेंच दिखाएंगे। आपको बताते चलें कि दंगल की प्रथा लगभग समाप्त हो चुकी है। लेकिन जागेश्वर मन्दिर में दंगल का इतिहास 300 वर्षो का है। इस अखाड़े में नाना राव पेशवा , चंद्रशेखर आजाद जैसे महापुरुष कुश्ती का अभ्यास करने आते थे। के न्यूज़ से बातचीत में दंगल संयोजक जीतेंद्र पांडे ने कि, इस बार दंगल में 135 पहलवानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। दंगल देखने के लिए 20 से 25 हजार लोगों के आने की उम्मीद है। दंगल में 80 से 90 मुकाबले होंगे जिसमे 15 से 20 मिनट का समय दिया जाएगा। जीतू पांडे ने बताया कि यहां के दंगल की शुरुआत 1718 में हुई थी, जिसके बाद से लगातार इसका आयोजन होता है। उनके मुताबिक पूरे प्रदेश में सबसे पहले दंगल जागेश्वर मन्दिर में ही होता है। इसी के बाद अन्य जगहों पर आयोजन होते हैं। इस दंगल में महिला पहलवान भी हिस्सा लेती हैं।
2024-08-03
