कानपुर
पनकी औधोगिक क्षेत्र में गंदगी का अंबार
कानपुर। शहर को स्मार्ट सिटी बनाने धुन पाले बैठे जिम्मेदारों को औधोगिक क्षेत्र की बदहाली व इन्तजामी दिखाई नहीं पड़ती। यह जानते हुए कि सर्वाधिक राजस्व देने में औधोगिक क्षेत्र की भूमिका किसी से कमतर नहीं है। फिर भी इनकी दिक्कतों को हल करने के बजाय आश्वासन का झुनझुना पकडा दिया जाता है।बैठकों में दिये निर्देशों का पालन नहीं होने से कारोबारियों को ही नहीं काम करने वाले कर्मचारी वर्ग को भी दिक्कतों का सामना करना पडता है। इसकी बानगी पनकी औधोगिक क्षेत्र की साइड नंबर-1 है।जहां पर चारों तरफ दूषित जल-प्रवाह संग गंदगी का साम्राज्य कायम है।फैक्टरी के मुहाने तक जलभराव होने से आना-जाना दूभर हो गया है।इस मार्ग पर पैदल चलने का कोई सुगम रास्ता नहीं बचा है।पनकी साइड वन के कारोबारियों ने अनेकों बार हालातों से जिम्मेदारों को रुबरू कराया लेकिन समस्या का स्थाई हल नही पाया। कारोबारी व कर्म चारी इस बात को लेकर आशंकित हैं कि बरसात के दिन आ गये हैं। हालात और भी बदतर हो जायेगें। यह स्थिति हर साल होती है कोई सुनने वाला नहीं। कारोबारियों का कहना है कि यदि समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो बरसात में यहां के हालात बदतर होने में देर नही लगेगी,जिसने अभी से इसने नारकीय स्थिति के दर्शन कराए दिये हैं।