*उप जिलाधिकारी, बिल्हौर और तहसीलदार, बिल्हौर को कारण बताओ नोटिस।*
*दिनांक 17-06-2023*
आज मण्डलायुक्त, कानपुर डा0 लोकेश एम0 ने अपर आयुक्त (प्रशासन) के साथ तहसील बिल्हौर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि जो भी शिकायतकर्ता/प्रार्थीगण आये थे, उनके बैठने व पीने के पानी के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी और न ही उन्हें लाइन में खड़ा कर के ही प्रार्थना पत्र लिया जा रहा था।
मण्डलायुक्त ने पूर्व में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस पंजिका को चेक किया। पाया कि कौन सा प्रार्थना पत्र किस अधिकारी को मार्क किया गया और जिन शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया है उसकी निस्तारण आख्या का पंजिका में उल्लेख नहीं किया गया है और न ही उप जिलाधिकारी अथवा तहसीलदार द्वारा इसे सत्यापित कर इसकी ग्रेडिंग ही की गयी है। इसके साथ ही जिन शिकायतों के निस्तारण का पंजिका में उल्लेख है, तो उनके निस्तारण की गुणवत्ता के बारे में शिकायतकर्ता से बात कर उसकी गुणवत्ता की पुष्टि नहीं की गयी है, जो कदापि उचित नहीं है।
पाया गया कि समाधान दिवस में कुछ लेखपाल अपना बस्ता नहीं लाये थे और जिनके पास मौके पर बस्ता था तो उनके पास जन सुनवाई रजिस्टर, सम्पत्ति रजिस्टर, वाद रजिस्टर, आज्ञा रजिस्टर इत्यादि नहीं था। उपजिलाधिकारी और तहसीलदार द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया था।
उप जिलाधिकारी और तहसीलदार द्वारा समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतो को त्वरित रूप से निस्तारित नहीं किया जा रहा था। इस पर मण्डलायुक्त ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि पब्लिक को प्राथमिकता पर सुनना होगा। गरीब जनता को इग्नोर नहीं किया जा सकता और तहसीलदार, नायब तहसीलदार का गरीब जनता के प्रति कैसा बर्ताव होना चाहिए, यह समझाया।
इस दौरान मण्डलायुक्त ने 5 से 10 प्रकरणों को मौके पर टीम भेजकर ही निस्तारण करा दिया तथा जो प्रार्थीगण खतौनी उद्धरण के लिए आये थे, तो उन्हें मौके पर ही खतौनी निकलवाकर उपलब्ध करायी गयी।
उपरोक्त कमियों के लिए उप जिलाधिकारी, बिल्हौर व तहसीलदार, बिल्हौर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और आगामी सम्पूर्ण समाधान दिवस को मानक के अनुसार संचालित करने के निर्देश दिए।
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