कानपुर नगर
बैंक शाखा गेट पर टीन सेट के नीचे छांव में आराम फरमाती लगजरी कारें, छांव ढूढने के लिये पसीना बहाते रहते बैंक ग्राहक
बैंक शाखा प्रबंधक समेत कर्मचारियों की लग्जरी कारें बैंक शाखा गेट पर टीनसेट की छांव में प्रतिदिन आंनंद लेती रहती, तो दूसरी ओर बैंक कार्य हेतु दूर दराज से पैदल चलकर आते बैंक ग्राहक तेज धूप से बचने के लिये छाया ढूढते फिरते रहते हैं।इसे
अजीब परम्मपरा कहें या फिर योगी राज के अधिकारियों की हिटलर शाही का तानाशाही रवैया कहा जाये।बडौदा यूपी ग्रामीण बैंक शाखा दिलीप नगर में लगभग आधा सैकडा गांवों के लोगों का बैंकिंग कार्य , लेन देन आदि कार्य इस बैंक पर निर्भर हैं।
बैंक शाखा दिलीपनगर बिल्हौर के लगभग चौदह से पंदह हजार बैंक ग्राहकों का कार्य इसी बैंक शाखा से जुडा।बैंक में अक्सर प्रिंटर मशीन खराब रहती हैं तो कही बैंक कर्मी रहते है नदारत, ग्राहको को मिलता सीधा सा दो टूक जवाब आज प्रिंटर मशीन है खराब (सही होते हुये भी), अथवा आज साहब है छुट्टी पर अगले दिन आना।
तेज धूप भीषण गर्मी व लपट खा कर ग्राहक पहुचते हैं तो पहले बैंक गेट पर साहबों की लग्जरी कारें छांव में आराम फराम रही होती। बैंठने का कोई स्थान न होने के चलते बेचारा ग्राहक पसीने से लथपथ होता रहता हैं।अब यह देखना होगा कि व्यवस्थाओं की हवाई फायरिंग झोंकने वाला प्रशासनिक अमला ठीक बैंक गेट पर टीन सेट के नीचे छांव में कारों को आराम फरमाते देखते रहेंगे या फिर पसीना बहा कर थोडी सी छांव ढूढने वाले ग्राहक पर तरस खाकर समस्या में कुछ संज्ञान लेने की हिम्मत जुटा सकेंगे।