पूंजीवाद के मद में घिरे रोटरी क्लब के नेता:असित सिंह
कानपुर, पूंजीवाद के मद में घिरे रोटरी क्लब के नेताओं द्वारा जिस प्रकार संविधान की अवमानना की जानकारी आ रही है, वह न केवल निंदनीय है बल्कि उसे माफ भी नहीं किया जा सकता है। यह बात एटक कानपुर के सचिव असित सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति में कही। सिंह ने कहा कि रोटरी क्लब के नेता पूंजीवाद के अहंकार में जिस तरह निजता के अधिकार की अवमानना कर मतदाता के मतदान की गोपनीयता भंग कर रहे हैं वह नाकाबीले माफी है और सभ्य समाज को स्वीकार नहीं है।एटक, रोटरी क्लब के नेतृत्वकर्ताओं के इस कृत्य की निंदा करती है। सिंह ने कहा कि अहंकार के मद में चूर रोटरी क्लब के नेतृत्वकर्ताओं ने मतदान की गोपनीयता भंग करने के विरोध करने वाले रोटरी सदस्य की आवाज को समाप्त करने के लिए जिस तरीके से निरंकुश हो कर उसे व्हाट्सएप ग्रुप से निकलकर अपमानित किया है।वह न केवल मानव गरिमा को गिरने वाला कार्य है अपितु संविधान द्वारा प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन भी है। यह अत्यंत निंदनीय व अमर्यादित भी है।एटक, रोटरी क्लब के इन नेताओं के संविधान विरोधी विचारधारा की निंदा करता है व मानव गरिमा को गिराने वाली मानसिकता के इन जिम्मेदारों के प्रति भारत के राष्ट्रपति से हस्तक्षेप कर कार्रवाई की मांग करता है।