21 लाचार रोगियों के लिए सीएम से एक करोड़ गंभीर बीमारी में आर्थिक सहायता के लिए मिले विधायक मैथानी
क्रासर-
एक सप्ताह पहले 18 रोगियों को दिला चुके हैं सहायता राशि
स्वयं लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री से उनके आवास पर की मुलाकात
अब तक 14 करोड़ से ज्याद की राशि लाकर कर चुके हैं गरीबों का भला
कानपुर। जानलेवा बीमारियों से जूझ रहे गरीब असहायों की सेवा में जुटे गोविंदनगर विधायक सुरेंद्र मैथानी ने एक सप्ताह के भीतर 21 और रोगियों के लिए, एक करोड़ की मदद, मुख्यमंत्री से मंजूर करने के लिए लखनऊ जाकर मिले। किडनी, लीवर, कैंसर जैसी घातक बीमारियों से जूझ रहे ये लोग कानपुर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं और पैसे के अभाव में इनका इलाज आगे नहीं बढ़ पा रहा था। इसकी जानकारी होते ही विधायक मंगलवार को स्वयं लखनऊ गए और धनराशि मंजूरी के लिये दिया। एक हफ्ते के अंदर मरीजों को यह रकम मुहैया हो जाएगी।
विधायक मैथानी ने अभी एक सप्ताह पहले ही इसी तरह के 18 रोगियों के लिए 41 लाख की मदद सीएम योगी आदित्यनाथ से मंजूर कराई थी। इसी के बाद इन 21 रोगियों के परिजनों ने विधायक से मिलकर मदद की गुहार लगाई थी। श्री मैथानी ने अस्पतालों में जाकर इन मरीजों का हालचाल लिया और मंगलवार को इनके लिए जीवन की नई आस ले आए। खास बात यह है कि ऐसे मामलों में विधायक पत्राचार में समय नष्ट नहीं करते हैं। स्वयं लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री से मिलकर तुरंत राहत मंजूर कराते हैं। उनका कहना है कि अगर ऐसा न करें तो कागजी दौड़ पूरी होने तक मरीज चल बसेगा। सुरेंद्र मैथानी कानपुर के शायद एकलौते ऐसे विधायक हैं, जिन्होंने इतनी जल्दी जल्दी गरीबों के इलाज के लिए रकम मंजूर कराई है।
विधायक के मुताबिक अपने दोनों कार्यकाल में अब तक 14 करोड़ से भी ज्यादा की मदद सरकार से ला चुके हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से साफ कहा कि उनके क्षेत्र की एक आध नाली, सड़क के लिए रकम कुछ दिनों के लिए रुक जाए तो कोई बात नहीं, लेकिन बिना इलाज के कोई मर जाए, यह उनके लिए असहनीय होगा, इस पर सीएम का कहना था कि धन के अभाव में आपकी किसी योजना पर ब्रेक नहीं लगेगा। गरीबों का इलाज भी बेहतर होगा और अन्य काम भी समय पर होंगे।
विधायक ने आज मुख्यमंत्री से उनके आवास पर भेंटवार्ता की और सूचीबद्ध 21 रोगियों को मदद हेतु,मंजूर के लिए दी। इसमें सभी धर्मों के लोग हैं। उन्होंने कहा कि लाचार बीमारों को मदद दिलाने का प्रयास जारी रहेगा। यह उनके जीवन का संकल्प है। पैसे के अभाव में नर्सिंगहोम में इलाज नहीं मिल पाता और गरीब की जान चली जाती है। उन्हें मदद दिलाने के इस ईश्वरीय कार्य में अपनी पूरी ताकत से जुटा रहूंगा।
25/06/2024
2024-06-26