झाँसी।

विषय:- *बुन्देलखण्ड क्षेत्र के समस्त मेडिकल कालेजों, जिला अस्पतालों, सी.एच.सी. एवं पी.एच.सी. में रिक्त पद एवं आवश्यक उपकरण यथाशीघ्र प्रदान किये जाने हेतु*।

बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला अधिकारी के माध्यम से भेट किया गया। ज्ञापन में कहा गया कि अति पिछड़ा क्षेत्र बुन्देलखण्ड के लोगों के पास इलाज के लिए पैसा नहीं होता है इसलिये लोग सरकारी व्यवस्थाओं पर निर्भर होकर अपनी बीमारी का इलाज कराने को बाध्य होते रहते हैं। बुन्देलखण्ड क्षेत्र की चिकित्सा व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं, ना तो मेडिकल कालेजों एवं जिला व अन्य छोटे अस्पतालों में पर्याप्त चिकित्सक हैं न पर्याप्त स्टाफ और उपकरण। ऐसी दशा में जो थोड़ा समर्थवान है वे लखनऊ एवं दिल्ली जाकर इलाज करा लेते हैं पर जो समर्थ नहीं होते हैं उनकी जीवन लीला इलाज के अभाव में समाप्त हो जाती है।

उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाले आपको 7 वर्ष से ऊपर का समय गुजर चुका है परन्तु अभी तक खाली पड़े चिकित्सीय पदों को नहीं भर कर सरकार ने अपना अमानवीय चेहरा दिखा दिया है। चिकित्सीय अभाव में अगर बुन्देलियों की मृत्यु होते देखते रहें, एसी स्थिति में सरकार न होना ही बेहतर है। इलाज कराने में लोगों का सोना व सम्पत्ति आदि बिक जाती है फिर भी चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ की कमी के कारण उनका जीवन संकट में पड़ा रहता है।

अब इसे और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। जनप्रतिनिधियों को सम्पत्ति बनाने एवं अवैध खनन से ही समय नहीं मिलता है तो वे कैसे देखेंगे कि बुन्देलखण्ड के लोगों की चिकित्सकों, स्टाफ एवं उपकरणों के अभाव में मृत्यु क्यों हो रही है ? कृपया बताने की कृपा करें कि रिक्त पद एवं बांछित उपकरण बुन्देलखण्ड क्षेत्र के समस्त मेडिकल कालेजों एवं सरकारी अस्पतालों में समयबद्ध क्यों नहीं किये गये।

मान्यवर, अति पिछड़े, बदहाल एवं बेहाल क्षेत्र बुन्देलखण्ड के समस्त मेडिकल कॉलेजों एवं अन्य अस्पतालों में चिकित्सीय, मेडिकल, पैरामेडिकल स्टाफ एवं आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था शीघ्र कराये जाने की कृपा करें अन्यथा की स्थिति में बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा को मा0 मुख्यमंत्री जी एवं चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री का विरोध करने, धरना प्रदर्शन एवं आमरण अनशन को बाध्य होना पड़ेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार की होगी। किन्हीं भी परिस्थिति में बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लोगों को इलाज के अभाव में मरने नहीं दिया जा सकता है।

ज्ञापन देने वालों में अशोक सक्सेना एड़०, वरूण अग्रवाल एड़०, अनिल कश्यप कुंवर बहादुर आदिम, हनीफ खान, प्रदीप नाथ झा, नरेश वर्मा, प्रदीप गुर्जर, विजय रायकवार, अरूण रायकवार, शंकर रायकवार, घनश्याम गौतम, प्रभु दयाल कुशवाहा,शाईदा वेगम, शोहित खान, राम कुमार गुप्ता,आदि मौजूद रहे।

भवदीय

 

भानु सहाय एड0

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