*कट्टरपंथी शक्तियों के खिलाफ मजबूती के साथ खड़ा है, सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन: हक्कानी मलंग*
कानपुर। पाकिस्तान प्रायोजित आतंक और पाकिस्तानी समर्थकों के खिलाफ लगातार मुखर आवाज उठाते रहे सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन ने एक बार फिर पाकिस्तान के आतंकी मुल्ला मौलवियों के समर्थकों को करारा जवाब दिया है।
कानपुर नगर के मर्दनपुर में, शहीदे करबला कांफ्रेंस के दौरान जारी बयान में सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सूफ़ी शाह सैयद जियारत अली हक्कानी मलंग ने कट्टरपंथी शक्तियों को जमकर धोया।
उन्होंने कहा कि ताजियादारी हमारी परम्परा है,जिसे हजार वर्षों से भारत में निर्बाध रूप से आयोजित किया जाता रहा है,ताजियादारी और दूसरी सूफी परंपराओं को गैर इस्लामी बताकर हंगामा करना और हिंसा करना ये पाकिस्तान का तरीका है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समाज और सूफियों पर आतंकी हमले करने वाले मुल्लाओं खादिम रजवी, ज़लाली,इलियास अत्तर रजवी के भारतीय समर्थक भारत में भी इसी तरह का माहौल स्थापित करके कट्टरपंथी विचारों को मजबूत बनाने में लगे हैं,जिनका उद्देश्य भारत को कमजोर बनाना है।
उन्होंने कहा कि कानून के नजदीक वैमनस्य उत्पन्न करने वाले फतवों की कोई गुंजाइश नहीं है,और सुप्रीम कोर्ट ने भी ऐसे फतवों को अवैध घोषित किया है, उन्होंने कहा कि सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन लगातार कट्टरपंथी शक्तियों के खिलाफ मजबूती के साथ खड़ा है,और देश की एकता और भाईचारे के लिए कार्य कर रहा है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से वलीम हक्कानी मदारी , मौलाना अब्दुल रहीम मासूमी मदारी, माजिद अली मलंग हक्कानी , आशिक अली उर्फ छोटू बाबा , इमरान मदारी, बबलू शाह, आदि मौजूद रहे