कानपुर जिले में टप्पेबाजों का गिरोह बराबर सक्रिय है देर रात फिर एक सराफ टप्पेबाजों का शिकार बना गया पीड़ित के अनुसार जेवर खरीदने के नाम पर झांसे में लिया और बदले में जो नकदी दी, उसमें गड्डी के ऊपर और नीचे असली नोट लगे थे और बीच में कागज था कुल 26 लाख रूपए ठग लिए है घटना के बाद देर रात नजीराबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई,,,दरअसल विष्णुपुरी निवासी अजीत ओमर की नयागंज में मुकेश चंद्र एंड संस के नाम से सोने के जेवरों की दुकान है। अजीत के अनुसार उनके मोबाइल नंबर पर एक फोन आया। बात होने पर परिचय पूछने पर उसने ज्वैलर्स का परिचय देते हुए बताया कि अहमदाबाद में नौकार ज्वैलर्स के नाम से उनका प्रतिष्ठान है। ज्वैलर्स के लिए वह उनके साथ कारोबार करना चाहते हैं। जब व्यापारी ने टालमटोल किया तो फोन करने वाले व्यक्ति ने दिल्ली के एक परिचित होने की वजह से वह बातों में आ गए बात होने के बाद वाट्सएप पर कुछ डिजाइन भेजे गए और 26 लाख 17 हजार रूपए जेवरों का सौदा तय हो गया। बात करने और सौदे के बाद फोन करने वाले व्यक्ति ने बताया कि उनके दो व्यक्ति कानपुर आएंगे और जेवर ले लेंगे, बदले में उन्हें आरटीजीएस से भुगतान करना होगा गुरुवार को सीसामऊ स्थित एक पार्क के पास बुलाया गया। जहां दो कर्मचारी को जेवर सहित भेज दिया। टप्पेबाजों ने आरटीजीएस करने का दिखावा कर्मचारियों के सामने किया। कर्मचारियों ने फोन कर दुकान में बैठे व्यक्ति से पैसा आने की बात पूछी तो उसने मना कर दिया।पैसा न पहुंचने पर टप्पेबाजों ने नगदी पड़ी होने की बात कही जिस पर कर्मचारियों को झांसे में लेकर नगदी देने की बात कही। कर्मचारी नकदी लेकर चले आए। दुकान पहुंचे तो नकदी वापस लेने और आरटीजीएस करने के लिए उस नंबर पर फोन किया गया, तो वह बंद आया। फिर रूपयों की गड्डी देखी गई तो होश उड़ गए। नोटों की गड्डियों के नीचे रद्दी लगी हुई थी। डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि पीड़ित व्यापारी से तहरीर ली गई है। नजीराबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। घटना स्थल के आस पास सीसीटीवी कैमरे देखे जा रहे हैं। जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जायेगा।

 

 

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