कानपुर

 

राशनकर्ड़ो से कार्ड धारकों की छंटनी की जाएगी. उनके नाम काटने की तैयारी शुरू हो गई है. जिले में आठ लाख से अधिक परिवार हैं जो कोटेदारों से निःशुल्क राशन ले रहे हैं. जिले में 3083939 राशनकार्ड यूनिट हैं. इनमें से अब तक 7 लाख राशनकार्ड यूनिट की ई-केवाईसी हो चुकी है. ई-केवाईसी के तहत सभी राशनकार्ड धारकों को कोटेदारों के पास पहुंच कर ई-पोश मशीन में अपनी अंगुली की छाप देनी है. यह प्रक्रिया राशनकार्ड धारकों की संख्या में पारदर्शिता के लिए की जा रही है.

 

वीओ – बता दे की जिले में सभी राशनकार्ड धारकों की ई-केवाईसी पूरी होने के बाद राशनकार्ड धारकों की वास्तविक संख्या सामने आ सकेगी. राशन वितरण के दौरान घर का कोई भी सदस्य कोटेदार के पास पहुंच कर राशन ले सकता था. ऐसे में किसी की मृत्यु होने अथवा कहीं और चले जाने की जानकारी नहीं मिल पाती है. अब सत्यापन कराया जा रहा है. जिससे कार्ड धारकों की वास्तविक संख्या का पता चल सकेगा.

 

वीओ – ई-केवाईसी के साथ उन लोगों का आंकड़ा भी जुटाया जा रहा है जिन्होंने ई-पोश मशीनों में अंगूठा नही लगाया है. माना जा रहा है कि या तो ये मर चुके हैं अथवा राशनकार्ड में दर्ज महिला सदस्यों की कही और शादी हो चुकी है. यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद वास्तविक जरूरतमदों को लाभ मिल सकेगा. तो वही जिलापूर्ति अधिकारी राकेश कुमार नें बताया की ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी होने पर उन लोगों के नाम राशनकार्ड से हट जाएंगे जिन्होंने ई-पोश मशीनों में अंगूठे की छाप नहीं दी है. कोटेदारों को ई-केवाईसी पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं. ई-केवाईसी के दौरान राशन वितरण में किसी प्रकार की रुकावट नहीं आएगी. ई-केवाईसी की प्रक्रिया के साथ ही पहले की तरह निःशुल्क राशन मिलना जारी रहेगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *