कानपुर में विभिन्न स्थानों की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने नगर आयुक्त सुधीर कुमार को उस समय असहज स्थिति का सामना करना पड़ा, जब निरीक्षण के दौरान एक नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने उनका फोन नहीं उठाया, जबकि दूसरे नगर स्वास्थ्य अधिकारी का मोबाइल ही स्विच आफ पड़ा था. सफाई व्यवस्था के पर्यवेक्षण में लापरवाही और शिथिलता मानते हुए नगर आयुक्त ने दोनों नगर स्वास्थ्य अधिकारियों के वेतन को रोकने के निर्देश दिए.बताया गया कि निरीक्षण के दौरान नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमित सिंह और डॉ. चंद्रशेखर को मौके से ही फोन मिलाया गया था, जिसमें डॉ. अमित सिंह ने कॉल रिसीव नहीं की जबकि डॉ. चंद्रशेखर का मोबाइल बंद था. निरीक्षण के दौरान वार्ड 57 पनकी में बताया गया कि स्थानीय लोग घरों से सड़क पर कूड़ा फेंक दिया जाता है, इस पर नगर आयुक्त ने ऐसे लोगों को चिंहित कर नोटिस और चालान काटकर यूजर चार्ज वसूलने के निर्देश दिए. यही नहीं, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाले कर्मचारियों को वर्दी में रहने के निर्देश दिए गए. जिन घरों से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है, वहां की सूची बनाकर देने के निर्देश दिए. इसी तरह पनकी स्थित कांशीराम आवास में जगह जगह नालियां भरी और कूड़ा बिखरा हुआ पाया गया. यहां पर मौजूद जोनल स्वच्छता अधिकारी ने बताया कि पिछले पांच दिनों से यहां पर लगातार सफाई अभियान चलाया जा रहा है. पनकी में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के निरीक्षण के दौरान लीगेसी वेस्ट का निस्तारण नियमानुसार न होना और गुणवत्ताविहीन पाया गया, जिस पर कार्यदायी संस्था को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया. इसी दौरान जिन क्षेत्रों में नगर आयुक्त ने निरीक्षण किया, वहां पर संचारी रोगों को रोकने का अभियान मानक से कम स्तर का पाया गया. नगर आयुक्त ने कहा कि सभी जोनल अधिकारी इस पर गंभीर हों. वेक्टर जनित रोग पाए जाने पर अधिकारी और कर्मचारी की व्यक्तिगज जिम्मेदारी तय की जाएगी.निरीक्षण के दौरान विजय नगर चौराहे, चैन फैक्ट्री चौराहा, दीप सिनेमा मार्ग पर आवारा पशु सड़क पर चहलकदमी करते हुए पाए गए.

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