नगर निगम कार्यकारिणी के Election को लेकर चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद अंतत: वही हुआ, जैसा कि BJP ने पूर्व में योजना बनाई थी. कार्यकारिणी के छह खाली पड़े स्थान को लेकर चुनावी प्रक्रिया शुरू तो हुई लेकिन वह मतदान तक नहीं पहुंच सकी । संख्या बल से मात खा रहे कांग्रेस और निर्दलीय पार्षद ने जैसे ही अपना नाम वापस लिया, वैसे ही bjp के पांच और सपा के एक पार्षद को कार्यकारिणी समिति के लिए निर्वाचित घोषित किया गया,,, इसके पहले सुबह जब सदन की बैठक शुरू हुई तो प्रमिला पांडेय ने सर्व सम्मति से नाम तय करने की बात कही. सर्वसम्मति के अनुसार, कार्यकारिणी समिति में जिन छह पार्षदों को जाना था, उसमें भाजपा के पांच और विपक्ष का एक नाम शामिल करने को कहा गया. सर्व सम्मति बनाने के लिए नगर निगम की कार्यवाही को 40 मिनट के लिए स्थगित कर सभी विपक्षी दलों को समय भी दिया गया. इसके बाद जब दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो सर्वसम्मति बनते हुए नजर नहीं आयी.कांग्रेस पार्षद दल नेता हाजी सुहैल अहमद ने कार्यकारिणी सदस्यों के दो पद विपक्ष के लिए मांगे तो महापौर ने इनकार कर दिया।महापौर ने कहा कि संख्या बल उनका ज्यादा है, ऐसे में पांच सदस्य उनके जाएंगे. जब सर्वसम्मति नहीं बन पायी, तो महापौर ने कार्यकारिणी का चुनाव कराने का ऐलान सदन में कर दिया. इसके बाद नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई तो bjp की तरफ से यशपाल सिंह, पवन पांडेय, आकर्ष बाजपेयी, मंजू पाल, धीरेंद्र सोनकर ने पर्चा दाखिल किया, जबकि विपक्ष में सपा की तरफ से फैजान रहमान, कांग्रेस पार्षद दल नेता हाजी सुहैल अहमद और निर्दलीय में अरविंद यादव ने अपना पर्चा दाखिल किया. हालांकि, संख्या बल के आधार पर विपक्ष की योजना जब कारगर साबित होते नहीं दिखाई दी, तो निर्दलीय अरविंद यादव और कांग्रेस पार्षद हाजी सुहैल अहमद ने अपना नामांकन वापस ले लिया. इनके नाम वापस होते ही भाजपा से यशपाल सिंह, पवन पांडेय, आकर्ष बाजपेयी, मंजू पाल, धीरेंद्र सोनकर और सपा से फैजान रहमान को कार्यकारिणी के लिए निर्वाचित घोषित किया गया।
2024-08-13