कानपुर

 

मखदूम शाह आला का उर्स 2 सितंबर को, लाखों श्रद्धालु करेंगे शिरकत।

 

कानपुर के जाजमऊ में मखदूम शाह आला का 766 वां उर्स आयोजन

 

2 सितम्बर को पांच लाख से ज़्यादा लोग दुआ में होंगे शामिल।

 

हजरत मखदूम शाह आला के उर्स वाले दिन दरगाह परिसर में लगे नीम के पेड़ की मीठी हो जाती पत्तियां।

 

यूपी के कानपुर शहर में है 766 साल पुरानी दरगाह।

 

एंकर:—कानपुर के जाजमऊ इलाके में स्थित हजरत मखदूम शाह आला की दरगाह में सालाना उर्स एक और दो सितंबर को होगा जिसकी पूरी तैयारी कर ली गई है ।एक तारीख को महफिले शमा होगी जिसमें कव्वाली और नात शरीफ पढ़ी जाएगी । दो तारीख को कुल होगा जिसमें सुबह कुरॉन खुवानी फिर कव्वाली के बाद दुआ होगी जिसमें लाखों लोग शरीक होते हैं इस दौरान वहां लगे नीम के पेड़ की पत्तियां मीठी हो जाती हैं । जिसे लोग तबर्रुक ( या प्रसाद) समझ कर खाते हैं । यह दरगाह फिरोज शाह तुगलक ने बनवाई थी, जिसके दो शिलालेख आज भी दरगाह में हैं। कहते हैं कि अगर कोई भी उनके पास फरियाद लेकर जाता था तो वह मजलूम की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे। मखदूम शाह आला अपना ज्यादातर वक्त इबादत में ही गुजारते थे। उनकी करामात के सामने शासक भी सिर झुकाते थे।

 

वीओ:—कानपुर में हजरत मखदूम शाह आला के उर्स का आयोजन एक और 2 सितंबर को होगा, जिसमें लाखों अकीदतमंद शामिल होंगे। जो अपनी मन्नते और मुरादे मांगेंगे , जिन्हों ने पिछले साल मन्नते और मुरादे मांगी थी उनकी अगर मुराद और मन्नत पूरी होजाती है तो वह मज़ार शरीफ पर चादर पेश कर शुकराना अदा करते हैं कानपुर हजरत मखदूम शाह आला, जाजमऊ का उर्स 2 सितंबर को है। यहां लाखों अकीदतमंद शिरकत करेंगे। यह वह आस्ताना है जहां हर मजहब के लोग बड़ी अकीदत के साथ आते हैं। यहां उनकी जायज मुरादें पूरी होती हैं।

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