पीड़ित महिला के घर के पारिवारिक मंदिर पर दबंगों द्वारा तोड़फोड़ पीड़ित महिला ने लगाई न्याय की गुहार
दिनांक 31अगस्त 2024 को माननीय न्यायालय में महिला के घर का पारिवारिक मंदिर पता 35/31 बंगाली मोहाल की रहने वाली पीड़ित महिला का कहना है की रविन्द्र नाथ बनर्जी, आकाश बनर्जी, आलोक बनर्जी, ने मुझसे पैसो की भी मांग करी है |
मेरे ऊपर दबाव बनाया और मंदिर की जगह पर कब्जा कर तोड़ फोड़ भी की प्रवेश आदि कार्य करने से अस्थाई निषेध आज्ञा आदेश द्वारा रोक दिया गया था। दिनांक 31 अगस्त 2024 को शाम 7 बजे महिला ने उपरोक्त इस्टे आदेश की कॉपी और एप्लीकेशन थाना प्रभारी कोतवाली को दे दी थी लेकिन थाना प्रभारी ने कोर्ट के आदेश का भी अनुपालन नहीं करवाया और उन दबंगो का पूरा साथ दिया
पीड़ित महिला ने बताया की 31अगस्त 2024 लगभग 1 से 2 बजे के बिच सुब्रोत्रो बनर्जी, प्रांजुल अन्य 4 से 5 अज्ञात व्यक्ति। महिला के घर के दरवाजे की पारिवारिक मंदिर की दीवार फांदकर अंदर घुस आये और अंदर से गेट का ताला तोड़ दिया और फिर मां काली के कमरे का ताला भी तोड़ दिया फिर तोड़ फोड़ की और मां काली के कमरे में रखे 40 हजार रुपए नगद और सोने की नथुनी लूट ले गये और अज्ञात लूटेरो को मंदिर के अंदर बैठा रखा है और उन लोगो ने मुझे गाली गलौज और जान से मारने की धमकी भी दी |
फिर पीड़ित महिला ने सुबह करीब 7 बजे के बीच 112 डायल पर इस घटना की सूचना दी और थाने में तहरीर भी दी लेकिन हरबंस मोहाल के थाना प्रभारी ने कोई कार्यवाही नहीं की और उल्टा ही उन दबंगो का साथ दिया |
पीड़ित महिला का कहना है जान माल का खतरा है और पीड़ित महिला को कोई सुरक्षा भी नही दी जा रही है यदि मंदिर प्रांगण में महिला के साथ कोई घटना होती है तो वो सभी लोग जिम्मेदार होंगे |
और पीड़ित महिला का ये भी कहना है की अभी तक पुलिस प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई है अगर मेरी हत्या हो जाती है तो इसका जिम्मेदार पुलिस प्रशासन होगा |