दमोह जिले में बिराजमान है भगवान गणेश की 18 भुजधारी प्राचीन प्रतिमा।
दमोह टुडे। दमोह से क़रीब 27 किमी दूरी पर दमोह-सागर रोड पर स्थित झागर गांव में तालाब किनारे स्थित सिद्धि विनायक मंदिर हैं।
जहां पर भगवान गणेश की 18 भुजाधारी प्रतिमा विराजमान है। बता दें कि दमोह जिले में श्रीगणेश की मनोहारी मनोकामना पूर्ति वाली प्रतिमाएं 500 से 700 साल पुरानी हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित इन गणेश प्रतिमाओं की अलग ही मान्यता है।
विनायक चतुर्थी पर श्री गणेश की प्रतिमाएं स्थापित कर पूजा अर्चना की जाती हैं, वहीं श्री गणेश के प्राचीन मंदिरों में भक्तों की आस्था का मेला लगता है, कहा जाता है यह प्रतिमा भारत की पहली प्रतिमा है। पुरातत्व महत्व की इस प्रतिमा के लिए सम्राट अशोक ने भारत भ्रमण किया था। इस स्थान पर पड़ाव लिया गया था।
पहले यह मंदिर खंडहर जैसी स्थिति में थीं। लेकिन अब यहां पर एक भव्य मंदिर बन गया है। वहीं राजनीतिक हस्तियों का इस मंदिर से विशेष लगाव है।