डॉक्टर सिद्धार्थ मित्तल ने बढ़ाया कानपुर का नाम आयुर्वेद चिकित्सा गुदा रोग मे क्षार सूत्र का महत्व और उपयोगिता।
कल हापुड़ में आयोजित हुए तीसरे राष्ट्रीय प्रोक्टोकोन सम्मेलन मे देश,प्रदेश भर के गुदा रोग विशेषज्ञों के सम्मेलन में देश और प्रदेश भर से लगभग डेढ़ सौ से अधिक चिकित्सकों ने भाग लिया एवं और देश के प्रमुख गुदा रोग विशेषज्ञों अपने अनुभव और गुदा रोगों मे क्षार सूत्र की विशेष चर्चा और अपने शोध प्रस्तुत किए प्रमुख गुदा रोग विशेषज्ञा मे से 3 चिकित्सकों को जेम्स ऑफ प्रोक्टोलोजी सम्मान से नवाजा गया जिसमें कानपुर के प्रमुख गुदा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सिद्धार्थ मित्तल भी शामिल थे ।डॉक्टर सिद्धार्थ मित्तल को आयुर्वेद के क्षार सूत्र विशेषज्ञता एवं गुदा रोग के चिकित्सा की क्षेत्र में अति विशिष्ट कार्यों और अपनी सेवा लगन से कठिन से कठिन रोगियों को ठीक करने के संबंध में अपनी सेवा देने के कारण आयुर्वेदिक फेडरेशन ऑफ़ इंडिया एवम आल इंडिया क्षार सूत्र एशोसिशन के द्वारा सम्मानित किया गया उनके अतिरिक्त गाजियाबाद के डॉक्टर अनुज एवं बुलंदशहर के डॉक्टर हितेश जी को भी गुदा रोगों की चिकित्सा के लिए सम्मानित किया गया इस मौके पर डॉक्टर सिद्धार्थ मित्तल ने बताया की गुदा रोगों में सबसे प्रमुखता से होने वाली बीमारी फिशर की है जिसको कि हम अपने पेट को ठीक रख के एवं जीवन शैली सुधार करके ठीक भी कर सकते है। आहार विहार का असंतुलन से पेट खराब और कब्ज गैस अपच एसिडिटी से एवम तनाव से यह रोग तेजी से उभर रहा है।।इसके संतुलित आहार नियमित व्यायाम और ऋतु आधारित आहार फल सब्जियों का खूब प्रयोग करे।।कब्ज मत होने दे।