पंचम वेदग्रंथ महाभारत को घर में क्यो नही रखना चाहिए
हमारे बुजुर्ग कहते है रामायण का रोज पाठ करना चाहिये पर महाभारत घर में नही पढनी चाहिए जबकि दोनो ही पवित्र ग्रंथ है दोनो ही धर्म , नीति , मर्यादा, विवेक और सदाचार का पाठ पढाते है रामायण घर में रखना शुभ मानते है तो महाभारत को घर में नही पढने देते हमारे बुजुर्गो को आशंका कि इसको पढने से घरो की शांति भंग हो जाएगी
वैसे महाभारत को पंचम वेद कहा जाता है कुछ लोगो का मानना है इसे देव स्थल मन्दिर या घर से बाहर पढ सकते है किन्तू वहा भी पूरी न पढ के कोई पेज छोड देना चाहिये वास्तव में इन धारणाओ के पीछे इसका मुख्य विषय है की जहा रामायण मे भाई-भाई के लिये सिहासन राजपाठ को ठोकर मार देता है l वही महाभारत में राज्य पाने के लिये षडयंत्र पर षडयंत्र भाई-भाई का शत्रु बन प्राण ले लेता है शिष्य गुरू के प्राण ले लेता है।
रामायण इस बात पर जोर देती है कि जीवन में क्या करना चाहिये और महाभारत इस बात पर जोर देती है कि क्या क्या नही करना चाहिये l रामायण व महाभारत दोनो में युद्ध हुआ किन्तू दोनो मे बहुत अंतर है राम रावण युद्ध अच्छाई का बुराइ से युद्ध है जबकि महाभारत में भाई-भाई के अधिकारो के लिये भाई-भाई के खिलाफ युद्ध करता है l इसी लिये महाभारत पंचमवेद होने के बावजूद भी जनमानस में लोकप्रिय नही है और रामायण जनमानस मे लोक प्रिय बन गई इसी कारण रामायण घर-घर में पूजी जाती है और महाभारत को घर से दूर ही रखा जाता है