श्रीराम जी ने की थी शारदीय नवरात्रों की शुरुआत….
पौराणिक कथा के अनुसार माना जाता है कि शारदीय नवरात्रि की शुरुआत भगवान श्रीराम ने की थी .रामजी ने मां को प्रसन्न करने के लिए 9 दिन तक मां दुर्गा की अराधना की थी .जब राम जी ने मां दुर्गा की आराधना की तब अश्विन मास के शुक्ल पक्ष के ही दिन थे.
लंका युद्ध के दौरान ब्रह्मा जी ने श्रीराम से रावण वध के लिए देवी को प्रसन्न करने के लिए कहा. रामजी ने माता को प्रसन्न करने के लिए पूजा के दौरान 108 कमल पुष्प रखे थे . रावण ने पूजा में विघ्न डालने के लिए अपनी माया से एक कमल चोरी करवा लिया .
जब राम जी को इस बात का पता चला कि एक पुष्प कम है, तो उन्होंने पूजा में विघ्न आए इस लिए सोचा कि लोग उन्हें कमलनयन कहते हैं , इसलिए उन्होंने अपनी एक नेत्र मां को अर्पित करने के लिए बाण निकाला तो, मां प्रकट हो गई और उनको ऐसा करने से रोका.
माँ उनकी पूजा से प्रसन्न थी इसलिए माँ ने उनको दिव्य अस्त्र दिया. मां दुर्गा से प्राप्त दिव्य अस्त्र की सहायता से राम जी ने रावण का वध कर दिया. रावण का वध भगवान ने अश्विन मास की दशमी तिथि को किया था . भगवान श्रीराम ने रावण को हराकर विजय प्राप्त की थी. इसलिए इसे विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है…🙏🙏🙏
🚩या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता।🙏
🚩नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।🙏
🚩🙏जय माता जी🙏🌷
🚩🙏 जय श्री राम 🙏🌷