कानपुर
सीसामऊ उपचुनाव के लिए सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने किया नामांकन
भावुक होकर परिवार को किया याद
कानपुर सीसामऊ विधानसभा सीट के उपचुनाव को लेकर बुधवार का दिन बेहद भावनात्मक रहा जब समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी नसीम सोलंकी नामांकन कराने पहुंचीं। नसीम सोलंकी, जो कि पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी हैं, नामांकन कक्ष में दाखिल होते समय बेहद भावुक हो गईं। अपने पति और परिवार की अनुपस्थिति का एहसास होते ही उनके आंसू छलक पड़े। नसीम ने अपने परिजनों को गले लगाया और पति इरफान सोलंकी को याद करते हुए भावुक हो गईं। उनके इस भावुक पल ने वहां मौजूद समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं का ध्यान खींचा।
नामांकन कक्ष में दाखिल होने से पहले नसीम सोलंकी ने कहा, “यह पहली बार है जब मैं बिना अपने पति के यहां आई हूं। इसलिए मुझे कुछ अच्छा महसूस नहीं हो रहा है।” उनके साथ उनके परिवार की महिलाएं, जिनमें उनकी मां खुर्शीदा सोलंकी और सास भी शामिल थीं, भी उपस्थित थीं। इस दौरान उनकी मां खुर्शीदा भी भावुक हो गईं और उनके आंसू निकल आए।नसीम सोलंकी के पति, पूर्व विधायक इरफान सोलंकी, इस समय कई गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं। इनमें जाजमऊ में आगजनी, फर्जी आधार कार्ड के जरिये हवाई यात्रा और अन्य आपराधिक मामलों में संलिप्तता शामिल हैं। इन मामलों के चलते इरफान सोलंकी वर्तमान में महाराजगंज जेल में बंद हैं। उनके जेल में होने से सीसामऊ उपचुनाव का माहौल और भी गरम हो गया है।
नसीम सोलंकी के नामांकन के दौरान सपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। आर्यनगर से विधायक अमिताभ बाजपेई, कैंट विधायक मो. हसन रूमी, सपा जिलाध्यक्ष फजल महमूद और उनके प्रस्तावक बंटी सेंगर उनके साथ रहे। इन नेताओं ने नसीम सोलंकी का पूरा समर्थन किया और उन्हें आगामी चुनाव में सफलता की शुभकामनाएं दीं।
सीसामऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव का यह संघर्ष समाजवादी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है। इरफान सोलंकी की अनुपस्थिति में नसीम सोलंकी को पार्टी का चेहरा बनाकर उतारना सपा की एक रणनीतिक चाल है। नसीम सोलंकी, जो पहली बार चुनावी मैदान में उतरी हैं, उनके लिए यह एक बड़ी चुनौती है। इरफान सोलंकी की लोकप्रियता और राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी अब उनके कंधों पर आ गई है।समाजवादी पार्टी को उम्मीद है कि इरफान सोलंकी के समर्थक उनकी पत्नी नसीम सोलंकी को भी उतना ही समर्थन देंगे, जितना उन्होंने इरफान को दिया था। हालांकि, चुनावी नतीजे यह बताएंगे कि जनता नसीम सोलंकी के पक्ष में कितनी उत्साहित है और इरफान सोलंकी की गैरमौजूदगी का कितना असर चुनाव पर पड़ता है।नसीम सोलंकी ने जनता से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि यह उनके लिए एक कठिन समय है और उन्हें जनता का समर्थन चाहिए। उन्होंने कहा, “मैं इस कठिन समय में जनता के सहयोग की अपेक्षा करती हूं। मेरे पति ने इस क्षेत्र के लिए हमेशा काम किया है, और अब मैं उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का प्रयास करूंगी।”
सीसामऊ का यह उपचुनाव न केवल सपा बल्कि अन्य राजनीतिक दलों के लिए भी अहम हो गया है, क्योंकि यह एक प्रमुख विधानसभा सीट है और यहां की जीत पार्टी के भविष्य की दिशा तय कर सकती है।