सीसामऊ प्रत्याशी पर सस्पेंस, नामांकन जुलूस में BJP की शक्ति प्रदर्शन की तैयारी
उत्तर प्रदेश में हो रहे उपचुनावों में सीसामऊ विधानसभा पर ऐसी फांस फंस गई है, जिसमें खुद भाजपाई भी उलझे हुए नजर आ रहे हैं. नामांकन मेें अब एक दिन शेष बचा है लेकिन अभी तक बीजेपी ने इस सीट पर प्रत्याशी को फाइनल नहीं किया है. एक दिन पहले पूर्व विधायक राकेश सोनकर ने जब नामांकन फॉर्म के तीन सेट लिए, तो इस बात के कयास लगाए जाने लगे कि अब उनका टिकट फाइनल हो गया है केवल ऐलान की औपचारिकता ही बची है., राकेश सोनकर को लखनऊ में भी बुला लिया गया और देर रात उनकी सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ फोटो भी सामने आ गई. जिसके बाद उनके टिकट को लेकर और बात पुख्ता हो गई लेकिन गुरूवार को बीजेपी ने उपचुनाव के प्रत्याशी जब घोषित किए तो उसमें सीसामऊ का नाम गायब था. अंदरखाने इस बात की जानकारी भी सामने आ रही है कि राकेश सोनकर का टिकट फाइनल कराने में कानपुर के एक कद्दावर नेता का हाथ भी है. इसके बाद उनका विरोधी खेमा भी सक्रिय हो गया, जिसके चलते ऐन मौके पर सीसामऊ में टिकट का ऐलान होते होते रह गया. फिलहाल तीन नामों में पेंच फंसा है.इस बीच भाजपा ने नामांकन के अंतिम दिन अपने प्रत्यााशी का पर्चा भराने की तैयारियां भी कर ली हैं. इसको लेकर भाजपा की दो बड़ी बैठकें गुरूवार को हुईं. पहली बार गुमटी क्रॉसिंग स्थित एक होटल में क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने पार्षदों के साथ की. इस बैठक में पार्षद नवीन पंडित, महेंद्र पांडेय पप्पू, कौशल मिश्रा, नीरज बाजपेयी संतोष साहू, अभय शुक्ला, आरती विजय गौतम, अवधेश त्रिपाठी समेत अन्य पार्षद रहे. सभी को शुक्रवार सुबह 10 बजे सरसैयाघाट स्थित गोकुल प्रसाद धर्मशाला पहुंचने को कहा गया. यही नहीं, एक पार्षद को अपने साथ 50 लोगों को लाने का टारगेट भी दिया गया.इसके अलावा दूसरी बैठक एमएलसी मानवेंद्र सिंह ने की. मानवेंद्र सिंह की बैठक में मोर्चा अध्यक्षों के साथ सीसामऊ विधानसभा के सभी मंडल अध्यक्ष शामिल रहे. यहां भी नामांकन कराने की रणनीति तैयार की गई. चर्चा है कि नामांकन में बीजेपी ने कम से कम 10 हजार की भीड़ का लक्ष्य तय किया है, लेकिन बैठक के अंदर से लेकर हर तरफ एक ही सवाल है कि सीसामऊ विधानसभा में ऐसा कौन सा रहस्य छिपा हुआ है, जो बीजेपी अभी तक अपने प्रत्याशी का नाम ही फाइनल नहीं कर पायी है.