कानपुर
सोना गलवाकर बेचने व पैसा हड़पने के मामले में विजय दर्शन शर्मा का दावा है कि षडयंत्र के तहत मुझे फंसाया गया है
प्रथम दावा_मेरे सस्पेंशन लेटर में दिनांक 10 को मेरे द्वारा SHO बर्रा को चोर व बरामद माल दिया गया यदि मैने दिया था तो 10 से 12 के बीच चोर व माल कहां रहा ?
दूसरा दावा_12 तारीख को गिरफ्तारी व बरामदगी थाना बर्रा क्षेत्र से दिखाई जाती है जिसको फर्द में अंकित किया गया है जिसमें चोर द्वारा कहीं पर भी मेरा नाम नहीं लिया गया है
तीसरा दावा_21 तारीख को माननीय न्यायालय का पर्चा जो माननीय न्यायालय द्वारा सीन किया गया है जिसमें अभी तक मेरा नाम कहीं पर भी नहीं अंकित है
चौथा दावा_नोएडा प्रकरण के संबंध में जो आरोप लगाए जा रहे हैं उसमें माननीय न्यायालय द्वारा वर्ष 2019 में दोषमुक्त किया गया है
पांचवां दावा_जो जबरन छुट्टी पर भेजने का मामला है,जबकि मैं स्वयं मेरे माता पिता की तबियत खराब होने के कारण छुट्टी पर गया आया हूं
छठवां दावा_एन बी डब्लू प्रकरण में मेरे ऊपर जो आरोप लगा था उसमें भी विभागीय जांच में दोषमुक्त किया गया है
सातवां दावा_एसीपी छावनी द्वारा सुनार के बयान अंकित किए गए है उसमें भी सुनार ने मेरा नाम नहीं लिया है
आठवां दावा_माननीय न्यायालय द्वारा अनुमति प्राप्त कर चोर का पुनः बयान लिया जाएगा,जिससे यह साफ होता है कि मेरा व अन्य पुलिस कर्मी के नाम बढ़ाया जाएगा