आरपीएफ टीम ने यात्री को लौटाया खोया हुआ पर्स, जिसमे थी लगभग 20 लाख की ज्वेलरी
कानपुर मंडल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष/प्रयागराज की हेल्पलाइन से सूचना प्राप्त हुई कि गाड़ी संख्या 14038 सिलचर-पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के कोच संख्या B-06, बर्थ संख्या 49 पर यात्री अनिल कुमार गोलछा की पत्नी का काले रंग का लेडीज पर्स कानपुर स्टेशन पर नींद खुलने के बाद से गायब है। पर्स में 03 सोने की चेन, 04 अंगूठियां, 02 सोने के कड़े, 01 आईफोन और लगभग 23,000 रुपये नकद थे। इस सूचना पर वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, रेलवे सुरक्षा बल, उत्तर मध्य रेलवे, प्रयागराज के निर्देशन और IPF/कानपुर सेंट्रल के पर्यवेक्षण में एक टीम गठित की गई।टीम में रे.सु.ब. पोस्ट कानपुर सेंट्रल से उप निरीक्षक आरती कुमारी, सहायक उप निरीक्षक सुनीता, सहायक उप निरीक्षक राजेश सिंह, सहायक उप निरीक्षक मो. अहमद, हेड कांस्टेबल दयानंद भारती, हेड कांस्टेबल अशोक यादव, हेड कांस्टेबल रामाधार राठौर और क्राइम विंग (डी एंड आई) कानपुर के सहायक उप निरीक्षक अजयपाल सिंह, हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार और हेड कांस्टेबल शैलेश कुमार शामिल थे। टीम ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर सघन चेकिंग और खोजबीन अभियान चलाया। अभियान के दौरान, RPF टीम को प्लेटफार्म नंबर 07 के हावड़ा छोर (प्लेटफार्म के अंतिम हिस्से) पर रेल लाइन के किनारे एक लावारिस काले रंग का लेडीज बैग मिला। मौके पर रेलवे सर्विस सेंगर सिक्योरिटी एंड लेबर सर्विस के अनुबंधित सुपरवाइजर श्री शशांक प्रजापति (पुत्र अनिल कुमार) को बुलाकर बैग की जांच की गई।उपरोक्त सभी सामान से भरे बैग को रे.सु.ब. पोस्ट कानपुर सेंट्रल लाकर यात्री को सूचित किया गया। सूचना मिलते ही यात्री अनिल कुमार गोलछा (पुत्र स्व. आईदान गोलछा, उम्र 53 वर्ष, निवासी नौखा, बीकानेर, राजस्थान रे.सु.ब. पोस्ट कानपुर सेंट्रल पहुंचे। यात्री ने अपना पहचान पत्र, यात्रा संबंधी रेल टिकट और सामान सुपुर्दगी संबंधी प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। सत्यापन के बाद, गवाहों की उपस्थिति में निरीक्षक हरीश चंद द्वारा बैग को चेक करवाकर यात्री को पूर्ण संतुष्टि के साथ सामान सुपुर्द किया गया। सुपुर्दगी की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई। यात्री ने अपने सामान की अनुमानित कीमत लगभग 20 लाख रुपये बताई और उन्होंने रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की प्रशंसा की।