कानपुर
कानपुर में ट्रांसफॉर्मर चोरी करने के दौरान एक युवक(चोर) की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी। इसके बाद चोरों के गैंग ने उसे हाथ पैर बांधकर गंगा में फेंक दिया था। परिवार के लोगों ने FIR कराई, तो पुलिस की जांच की।
इससे पता चला कि चोरों का गैंग ट्रांसफॉर्मर चोरी कर रहा था। इस दौरान करंट की चपेट में आने से उनके साथी की मौत हो गई। इससे दहशत में आए गैंग के अन्य लोगों ने गंगा में फेंक दिया था। पुलिस ने तीनों चोरों को पकड़ लिया।
ADCP कर्नलगंज महेश कुमार ने बताया-ग्वालटोली निवासी 22 वर्षीय हिमांशु कबाड़ी का काम करता है। लेकिन, ट्रांसफॉर्मर चोरों के गैंग से जुड़ा है। इससे पहले भी वह ट्रांसफॉर्मर चोरी के केस में जेल जा चुका है।
26 अक्टूबर को वह गुरु-देव पैलेस चौराहे पर ट्रांसफॉर्मर चोरी करने का प्रयास कर रहा था। चोरी करते वक्त हिमांशु को करंट लग गया। इससे उसकी मौत हो गई। हिमांशु की मौत के वक्त गैंग के चोर एफएम कालोनी निवासी शान अली, सिविल लाइंस निवासी असलम, ग्वालटोली निवासी विशाल और रवि के हाथ पांव फूल गए। चारों दोस्तों ने हिमांशु के शव को बांधकर शुक्लागंज पुल से गंगा नदी में फेंक दिया।
शान, असलम और विशाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो सच्चाई सामने आ गई। तीनों ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर चोरी करने के दौरान ही हिमांशु की मौत हुई है।
हत्या के आरोप में तीनों शातिरों को जेल भेज दिया गया है। आरोपियों के बयान की तस्दीक के लिए गुरुदेव पैलेस ट्रांसफार्मर चोरी वाले स्थान की जांच की गई। जांच में चारों युवक हिमांशु को ऑटो से लादकर ले जाते दिख रहे हैं।
पुलिस ने जांच की तो शुक्लागंज वाले रूट की भी बात सही निकली। इससे साफ हो गया कि शव को गंगा में फेंका गया है। शव की तलाश के लिए पुलिस की टीमों को लगाया गया है। इधर पुलिस ने पकड़े गए तीनों आरोपियों को रविवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।हिमांशु के न मिलने पर मां मंजू देवी ने 31 अक्टूबर को ग्वालटोली थाने में दोस्त शान अली, असलम, विशाल और रवि पर संदेह जताते हुए हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई।