जामिया अशरफुल बनात,गद्दियाना में शाने रहमतुल लिल आलमीन इस्लामी कुइज़ का शानदार एहतमाम
कानपुर 7 / नवंबर – जामिया अशरफुल बनात (निसवां) गद्दियाना के खदीजतुल कुबरा हाल में इस्लामी बहनों के लिए शाने रहमतुल लिल आलमीन के उनवान से इस्लामी कुइज़ (इनामी मुकाबला ) का शानदार तरीके से एहतमाम किया गया | जिस में जामिया की छात्राओं समेत शहर के दर्जनों स्कूलो और मदरसों की छात्राओं ने हिस्सा लिया | आलिमा सुगरा बीबी प्रोग्राम का संचालन कर रही थीं उनहोंने लगभग सौ से जियादा सवालात किये | पैरेंट्स और शरीक इस्लामी बहनों को पैगम्बरे इस्लाम की सीरत की जानकारी और उसके हुसूल पर उभारने के लिए उन से भी सवालात किये सब से जियादा सही जवाब देने वाले ग्रूप में फर्स्ट प्राइस कुदसिया फातिमा,आलमीन फातिमा,कौसर खान को दिया गया | तकरीर में फर्स्ट प्राइस अक्सा जिया ,नात सीनियर में दानिश्ता रिज़वी व नात जूनियर में रुबा फातिमा रहीं इन सभी को मोहसिना साहिबा के हाथों इनाम दिए गए जिन सवालों के जवाब ग्रूप न दे सके आलिमा सुगरा बी बी अशरफी ने दिए इस लिए उनको शील्ड से नवाज़ा गया | इस अवसर पर तक़रीर करते हुए मौलाना मो. हाशिम अशरफ़ी राष्ट्रीय अध्यक्ष आल इण्डिया गरीब नवाज़ कौन्सिल ने कहा इल्म बहुत कीमती दौलत है वह खर्च करने से घटती नहीं बल्कि बढ़ती है न चोर चोरी कर सकता है न पानी बहा सकता है न आग जला सकती है न रिश्तेदार बाँट सकते हैं इस्लाम ने उसे हासिल करने को ज़रूरी करार दिया है उन्हों ने कहा पैगम्बरे इस्लाम ने फ़रमाया जो इल्म हासिल करने के लिए सफ़र करे अल्लाह उसे जन्नत के रस्ते पर लगा देता है पैगम्बरे इस्लाम पर गारे हिरा में पहली वही इकरा (पढ़िए ) नाजिल हुई | वह इल्म के मुताल्लिक थी