रसूलाबाद समाचार
लगभग दो वर्ष पूर्व निचली रामगंगा नहर की सफाई की गई थी और जितनी भी बालू नहर से निकाली गई वह बालू नहर के माइनर पर जमा कर दी गई थी।
ठेकेदार ने उस सिल्ट (बालू )का कहाँ और किस तरह प्रयोग करना है और अपने ठेकेदारी में सरकार को चकमा देकर कितना सरकारी धन हजम करना पूरा जिक्र विस्तार से
लालाभगत बरसाती नाला से लेकर इन्दलपुर लालू गांव के सामने तक निचली रामगंगा नहर माइनर जितनी भी सिल्ट (बालू ) जमा लगी थी उस सम्पूर्ण बालू का इस्तेमाल ठेकेदार द्वारा इंटरलाकिंग में किया गया और बचत में लाखों कमाए
क्षेत्रीय जनता ने ठेकेदार पिंकू अवस्थी पर सरकारी धन में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए बताया है कि जितनी भी सिल्ट (बालू )नहर माइनर पर जमा थी सम्पूर्ण बालू का प्रयोग ठेकेदार ने इंटरलाकिंग में किया और बालू खरीद का फर्जी बिल बनवाकर विकास खण्ड रसूलाबाद से लाखों रुपयों का भुगतान करवा लिया। ठेकेदार के लिए सरकार की जीरो टारलेंस की नीति खास कोई मायने नहीं रखती है।सरकार की ऐसे ही ठेकेदार छवि खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।
सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर भी ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ठेकेदार से सिंचाई विभाग मिला हुआ है।ठेकेदार दो वर्षों से लगातार माइनर पर जमा बालू का इंटरलाकिंग में प्रयोग कर रहा क्या सिंचाई विभाग ने ठेकेदार पर कोई कार्यवाही की और कार्यवाही कर भी नहीं पायेगें लेनदेन कर मामला रफा दफा कर देगें । यदि सिंचाई विभाग ने ठेकेदार पर कोई कार्यवाही नहीं की तो सिंचाई विभाग की शिकायत मुख्यमंत्री के जनता दरवार कार्यालय में की जाएगी।
सिंचाई विभाग के अधिकरियों को ग्रामीणों की बात पर ध्यान देते हुए कार्यवाही करनी चाहिए या नहीं नहर के माइनर से ठेकेदार पिंकू अवस्थी द्वारा लगभग 20 ट्राली बालू बीती रात्रि में भरवा ली गई या तो बालू की बिक्री की गई या फिर इंटरलाकिंग में प्रयोग कर ली गई जिसका जीता जागता प्रमाण यह वीडियो है।