या अल्लाह हमारे मुल्क को हरा भरा करके खुशहाली अता फरमा या अल्लाह मस्जिदे अक्सा की हिफाज़त फरमा
आल इण्डिया गरीब नवाज़ कौंसिल के 20 वें सालाना मरकजी कुल शरीफ में मौलाना मुहम्मद हाशिम अशरफी ने हिन्दुस्तान समेत पूरी दुनिया में अमनों अमान खुशहाली के लिये दुआ करायी
कानपुर 07 / जनवरी – ऐ अल्लाह हमारी सुरक्षा फरमा आफतो और मुसीबतो से छुटकारा देदे या अल्लाह कोरोना वायरस का खातमा फरमा कोरोना वायरस से भारत समेत पूरी दुनिया की हिफाज़त फरमा ऐ अल्लाह मस्जिदे अक्सा की हिफाज़त फरमा ,ऐ अल्लाह हम तेरे बन्दे हैं और तेरी बारगाह मे तौबा करते है। हमारी तौबा कबूल फरमा। हमें हर तरह के पाप और बुरे कामों से सुरक्षित फरमा ऐ अल्लाह तू जो चाहे छीन ले तू जो चाहे दे दे तू ही हाकिम तू ही मददगार तू ही जरूरतों को पूरा करने वाला है। पाताल से लेकर आकाश तक तेरी ही बादशाहत हैं ऐ अल्लाह हमारी परीक्षा न ले। जिन नेक बन्दों की परीक्षा तूने लिया है उनके सदके हमारी परीक्षा माफ फरमा दें। ऐ अल्लाह मुल्क से तहशतगर्दी और फिरका परस्ती को मिटा दे । ऐ अल्लाह हमारे मुल्क को हरा भरा करके खुशहाली प्रदान कर। ऐ अल्लाह तू हम सब से राजी हो जा। और हम से वो काम ले जिससे तू और तेरा नबी राजी हो। ऐ अल्लाह समाज में फैली हुई बुराईयों को खतम कर दे। ऐ अल्लाह हमारे समाज को अच्छा कर दें। ऐ अल्लाह जवान बेटीयों का रिश्ता देदे। ऐ अल्लाह जो निर्दाष लोग जेल मे हैं हजरत ख्वाजा गरीब नवाज के सदके में उन्हें रिहायी देदे। नमाज, रोजा, हज, जकात आदि की तौफीक देदें। आल इण्डिया गरीब नवाज़ के तत्वाधान में आयोजित मरकजी कुल शरीफ कंघी मोहाल बड़ा इमाम चौक में कौन्सिल के राष्ट्रिय अध्यक्ष मौलाना मो. हाशिम अशरफी ने नम आखों से दुआ की तो आमीन कहने वालो की आखों से आँसू बहने लगे।कुल में उपस्थित लोग भी दुआ में व्यस्त थे। हाथों को उठाये हुऐ थे। और गिड़गिड़ा कर मांग रहे थे। उलमा ने कहा ख्वाजा गरीब नवाज़ ने मानवता,इन्सानियत मुहब्बत भाईचारा का सदेंश दिया! इसको फैलाने की जरूरत है।कि इसके जरिये दहशतगर्दी और फिरकापरस्ती खत्म होगी।कुल शरीफ का आयोजन बड़े ही हर्ष और उल्लास से प्रारम्भ हुआ। शब्बीर भईया, शाह आलम, समी कुरैशी, मो. फकरू, मुन्ना मियां,जु़बैर वारसी,मुहम्मद वासिफ अशरफी,जावेद भाई,सईद गुड्डू,शारिक बरकाती,अज़मत,सलीम अहमद ने मेहमानों का हार फूल से इस्तकबाल व स्वागत किया।इस अवसर पर खास तौर पर मौलाना महताब आलम मिस्बाही,हाजी मो.आमिर ,क़ाज़ी सईद अहमद,हाफिज मिन्हाजउद्दीन क़ादरी हाफिज अब्दुर रहीम बहरईची,फखरुद्दीन बाबू ,यूसुफ रज़ा आदि हजारों की तादाद में लोग मौजूद रहे ।