HMPV Virus से बचने के लिए डॉक्टर बोले- पर्याप्त पानी पीते रहें, और इन चीजों से करें परहेज
HMPV Virus का अटैक उन पर कर सकता हैं, जिनका प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है। इसलिए जरूरी है कि खुद को हाईड्रेट रखने के लिए पर्याप्त स्वच्छ पानी पिएं।पौष्टिक आहार लें और हो सके तो बाहर के खाने से पूरी तरह से परहेज करें। और ठंडा बिल्कुल न खाएं, यह नुकसान बढ़ा सकता है। हालांकि ज्यादातर मरीजों में यह सीजनल फ्लू की तरह रहता है, जो 9-10 दिनों में पूरी तरह से चला जाता है।और इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। मरीज सावधानी बरतें और पैनिक न फैलाएं न ही किसी भ्रम में आएं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टरों ने एचएमपीवी के वायरस से जुड़ी और उससे बचाव संबंधित जानकारियों के साथ लोगों को सचेत रहने की पूर्ण सलाह दी है।आईएमए की अध्यक्ष डॉ. नंदिनी रस्तोगी व सचिव और माइक्रोबायोलॉजी विभाग जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. विकास मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2001 में भी यह वायरस पहले भी डिटेक्ट किया गया था।और यह एक नेगेटिव सेंस व सिंगल स्टेंडर्ड आरएनए वायरस है। वर्ष 2022 के डेटा के अनुसार यह दूसरा सबसे कॉमन वायरस है, जो विंटर और स्प्रिंग सीजन में फेफड़े में तेजी के साथ फैलता है।इसका अटैक 5 वर्ष से कम बच्चों और 65 वर्ष से अधिक बुजुर्गों में ज्यादा होता है। इम्युनिटी यानि प्रतिरोधक क्षमता कम होने पर इस वायरस का असर और भी ज्यादा होता है। ऐसे लोगों में निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है। यह वायरस नाक व फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है।इस वजह से सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। बताया कि इस वायरस से सुरक्षित रहने के लिए कोविड प्रोटोकॉल के नियमों को भी अपना सकते हैं। फिलहाल इस वायरस का कोई सही इलाज या वैक्सीन अभी नहीं है।