माना की अन्धेरा घना है, लेकिन दिया जलाना कहा मना है।
कानपुर। अखिल ब्रम्हाण्ड की वसुंधरा पर सनातन धर्म के ध्वज वाहक स्वामी विवेकानन्द युग युगान्तर तक हिन्दू जनमानस के बीच पथ प्रदर्शक के रूप में याद किये जाते रहेंगें।यह विचार पूर्व डी०जी०पी० व वर्तमान सूचना आयुक्त राजकुमार विश्वकर्मा द्वारा प्रकट किये गये। कामता सेवा संस्थान द्वारा स्वामी विवेकानन्द के जन्म दिवस को युवा दिवस के रूप में रागेन्द्र स्वरूप आडीटोरियम, सिविल लाइन्स में शिक्षाविद डॉ० नरेन्द्र द्विवेदी की अध्यक्षता में किया गया।संस्थान द्वारा आयोजित इस सत्रहवें आयोजन के विशिष्ट अतिथि दो बार के राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता पर्यावरणविद् तिलकराज मिश्र ने पर्यावरण के रक्षार्थ समाज से संगठित होकर कार्य करने हेतु प्रबुद्धजनों का आवाहन किया। समारोह की शुरुआत पं० अरविन्द्र त्रिपाठी व निशांत तिवारी स्वस्ति वाचन के साथ की गयी। तत्पश्चात् अतिथिजनों ने समवेत रूप से स्वामी विवेकानन्द जी के तैलचित्र पर माल्यार्पण भी किया गया।कार्यक्रम का संचालन ओम नारायण त्रिपाठी ने किया।संस्था के संस्थापक अनूप त्रिपाठी ने प्रदेश व जनपद स्तर पर सनातन धर्म के प्रसार दीर्घकाल से सेवारत है।