हज़रत अली शेरे खुदा के जन्मदिवस शानो-शौकत से मनाया गया

 

 

 

जगह- जगह मिठाई तकसीम की गयी तथा लंगर का एहतिमाम किया गया, मस्जिदों, इमाम बारगाहों, इमाम बारगाह, कर्बलाओं और खानकाहों में मौलूदे काबा का जश्न मनाया गया!कानपुर 14 जनवरी 2025 आल इण्डिया मोहम्मदी वेल्फेयर मिशन के राष्ट्रीय महामंत्री डा. जुल्फिकार अली रिजवी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि आज 13 रजब को मुसलमानों के खलीफा-ए-राशिद हज़रत अली शेरे खुदा मौलाएं कायनात के यौमे विलादत (जन्म दिवस) पर शहर में आज महफिले मिलाद मौलूदे काबा का अजीमुश्शान पैमाने पर बड़ी शान और शौकत से जश्न मनाया गया जिसमें मस्जिद आजम अली खां कर्बला की महफिल को मौलाना नुसरत आबिदी ने खिताब करते हुये हजरत अली शेरे खुदा के जीवन पर प्रकाश डाला। इसी तरह सिविल लाइंस शमीम हैदर हॉल,की महफ़िल को मौलाना शाहिद बाक़री ने संबोधित किया सकेरा स्टेट, कुरसवां पटकापुर, जूही सफेद कालोनी में भी शानदार महफिलों का एहतिमाम किया गया जिसमें शोरा-ए-कराम ने हजरत अली शेरे खुदा की बारगाह में नजराने अकीदत पेश किया। डा. रिजवी ने आगे कहा कि पैगम्बरे खुदा की उम्र 30 वर्ष की थी जब खाना ए काबा जैसे पवित्र मुकाम पर 13 रजब को हजरत अली की विलादत हुई।आपके वालिद अबू तालिब और माँ फातिमा बिन्ते असद को जो खुशी होना चाहिए थी वह तो हुई ही मगर सबसे ज्यादा मुरस्सले आजम इस बच्चे को देखकर खुश हुये। शायद बच्चे के चेहरे से इसी वक्त यह अन्दाजा होता था कि यह आगे चलकर रसूले अकरम का कुवते बाजू साबित होगा।उन्होंने आगे कहा कि अली की परवरिश हजरते मोहम्मद मुस्तफा स.अ. पैगम्बर ए इस्लाम के जिम्मे हुई। आपने इन्तहाई मोहब्बत और तवज्जों से अपना पूरा समय इस बच्चे की परवरिश पर सरफ किया।जिसकी अगुवाई नायब आलम ,शबाब हुसैन रिज़वी अमिताभ बाजपेयी, मोहम्मद हसन रूमी,कबीर ज़ैदी, काशिफ नक़वी (मुतवल्ली बड़ी कर्बला नवाब गंज)सआदत अली रिज़वी, जनाब रईस, इंतिखाब आलम, हाजी मुन्ना नायाब आलम, शहाब रिज़वी, दानिश रिज़वी अबुज़र काज़मी कर रहे थे।

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