#कानपुर नगर

 

 

*कानपुर प्रेस क्लब की पुण्यतिथि के अवसर पर वैज्ञानिक व संस्थापक सदस्य कीर्तिशेष प्रवीण दीक्षित को किया गया याद*

 

 

 

आज 23 जनवरी 2025 को कानपुर प्रेस क्लब में कीर्तिशेष प्रवीण दीक्षित को याद कर सभी उपस्थित वृद्धजनों ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला । वरिष्ठ पत्रकार, कवि, लेखक, वैज्ञानिक व संस्थापक सदस्य कानपुर प्रेस क्लब प्रवीण दीक्षित की पुण्यतिथि के अवसर पर उनके चित्र पर श्रद्धासुमन भी अर्पित किये गये । इस अवसर पर उपस्थित पत्रकारों, विद्वानों एवं समाज सेवियों ने “महाकुम्भ भारतीय संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिकता का जीवंत प्रतीक” विषय पर विचार गोष्ठी पर अपने विचार व्यक्त किए । सभी का मानना था कि कुम्भ केवल धार्मिक उत्सव नहीं है बल्कि यह भारतीय आध्यात्मिक दर्शन और सनातन एकता का अद्वितीय उदाहरण है ।

 

इस कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में महापौर श्रीमती प्रमिला पाण्डेय, कार्यक्रम के प्रस्तोता कवि मुकेश श्रीवास्तव, कानपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष सरस बाजपेई, महामंत्री शैलेश अवस्थी वरिष्ठ पत्रकार वेद गुप्ता एवं कानपुर नगर के सम्भ्रांत एवं वरिष्ठ नागरिकों ने अपने-अपने विचार व्यक्त कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए ।

 

गोष्ठी में ‘सक्षम’ संस्था के राष्ट्रीय युवा प्रमुख सचिन पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि कुम्भ मेला केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह विश्व स्तर पर हमारी परंपराओं और मूल्यों का प्रतीक बन चुका है, 2017 में इसे यूनोस्को ने मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता दी ।

 

नशा मुक्ति अभियान चलाने वाले ज्योति बाबा ने कहा कि महाकुंभ हिन्दुत्व को समझने का माध्यम है, जिसमें मानवीय सार्वभौमिकता दिखायी पड़ती है।

 

पत्रकार पीवी दिक्षित ने अपने उद्बोधन में कहा कि कुंभ मेला सनातनता का प्रतीक है और इसमें हिन्दू या मुसलमान सभी लोग शामिल होते हैं जो राष्ट्र एवं अपने पूर्वजों के प्रति सम्मान का भाव रखते हैं।

 

गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे श्री हरिभाऊ खाण्डेकर, ने कहा कि हमारा सनातन धर्म जाति या मजहब आधारित न होकर, मानवाता आधारित है इसलिए इसके सिद्धान्त सभी धर्मों एवं मजहबों के अच्छे सिद्धान्तों के अनुकूल हैं।

 

कार्यक्रम में आये सभी आगन्तुकों को धन्यवाद ज्ञापन प्रेस क्लब महामंत्री शैलेश अवस्थी ने किया । अन्य मुख्य वक्ताओं के अतिरिक्त जुबैर अहमद फारुकी, अधिवक्ता भानुप्रताप द्विवेदी, दीपक सिंह, कवियत्री मधुप्रधान, अनिल जैन, आदित्य कपिलेश आदि अनेक महानुभाव उपस्थित रहे।

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