कानपुर

 

कानपुर कलेक्ट्रेट दफ्तर के गेट पर एक 13 साल के नाबालिग के गोली लग गई। गोली कंधे को चीरते हुए आर-पार हो गई। सूचना पर कोतवाली पुलिस और फिर फोरेंसिक टीम जांच करने पहुंची। सीसीटीवी समेत अन्य जांच की, लेकिन गोली कहां से और कैसे लगी इसका सुराग नहीं मिल सका।

 

पुलिस को जांच के दौरान 32 बोर की गोली मिली है। पुलिस की टीमें गोली कहां और कैसे चली इस बात की जानकारी करने के लिए जांच में जुटी हुई हैं।

 

जांच के दौरान 32 बोर की बुलेट मिली, फोरेंसिक ने भी जुटाए साक्ष्य

 

उन्नाव गंगाघाट शंकरपुर सराय ट्रांसगंगा सिटी में रहने वाले शंकर राजपूत किसान हैं। शंकर ने बताया कि वह रोजाना घंटाघर में सब्जी बेचने आते हैं। उनका 13 साल का बेटा करन भी उनके साथ रहता है।

रोज की तरह शुक्रवार को उसे कपड़े खरीदने थे इसलिए वह घर वापस नहीं गया और कलेक्ट्रेट के बाहर सब्जी का ठेला लगाने वाले चाचा नीलू के पास कचहरी में ही एक चेंबर में रुक गया। उसकी बुआ का बेटा 15 वर्षीय अरुण भी साथ था। रात 11:15 बजे दोनों टॉयलेट करने के लिए बाहर निकले थे।

 

इस दौरान अचानक गोली चली और करन के सीधे की तरफ से कंधे में आर-पार हो गई। वहां बल्ब की रोशनी में अरुण ने देखा कि करन के कंधे से खून निकल रहा है। दोनों ने घटनास्थल पर आकर देखा तो बुलेट का खोखा पड़ा था।

 

वहां मौजूद लोग करन को उर्सला ले गए। जहां सूचना पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर जांच करने पहुंची। जांच के दौरान सामने आया कि वहां से एक आटो गुजर रहा था, लोगों को लगा कि आटो सवार ने गोली चलाई है। लेकिन पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से जांच करके ऑटो चालक को पकड़ा तो वह बेगुनाह निकले। अब पुलिस जांच में जुटी है कि आखिर गोली कहां से चली है। लेकिन 24 घंटे बाद भी साफ नहीं हो सका कि गोली कहां से चली।

डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। कोतवाली पुलिस ने शनिवार रात को हत्या के प्रयास में मुकदमा दर्ज कर लिया है। जल्द ही कांड का खुलासा कर आरोपियों को जेल भेजा जाएगा।

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