वार्ड 50 में फेल हो रहा है स्वच्छ भारत मिशन, महिलाएं घर से बाहर शौच जाने पर हो रही मजबूर, अधिकारी अपने लापरवाही में मगरूर

 

(कानपुर)बीते कई सालों से जवाहरपुरम् सेक्टर 14 में स्थित डूडा कॉलोनी अपनी बदहाली की जिंदगी जी रही है ..समय बदला ..कैलेंडर में लिखी तारीखों में इजाफा हुआ लेकिन डूडा कॉलोनी का विकास जस का तस रहा ..यहां रहने वाले लोग सीवर की समस्या से अक्सर परेशान नजर आते हैं ..घर का गेट खोलते ही बाहर दरवाजे पर चेंबर का पानी डूडा की बदहाली की कहानी कहता है ..अधिकारियों की मौन साधना का परिणाम है कि लोगों की इस समस्या का समाधान होने में लगातार अवरोध लग रहे हैं …लेकिन इन्हीं समस्याओं के समाधान के लिए 2 दिसंबर 2024 दिन सोमवार को पार्षद अनुप्रिया दुबे व पूर्व पार्षद अशोक दुबे, पूर्व पार्षद उत्तम दुबे ने स्थानीय जनसमूह के साथ लोगों की समस्याओं को समाधान के लिए केडीए में धरना दिया था…इस दौरान वर्तमान पार्षद अनुप्रिया दुबे व पूर्व पार्षद अशोक दुबे के द्वारा समस्याओं से लिखित पत्र भी के०डी०ए के उच्च अधिकारियों को दिया गया था ..जिसमें विशेष तौर पर रेखांकित किया गया की जवाहरपुरम सेक्टर 14 में स्थित डूडा कॉलोनी केडीए द्वारा बसाई गई है वहां सीवर की बहुत बड़ी समस्या है…जहां के०डी०ए के द्वारा सीवर लाइन डाली गई है …लेकिन अभी तक इसको जल कल नगर निगम को हस्तांतरित नहीं किया गया है.. पत्र में आगे बताया गया है कि केडीए द्वारा आबादी विकसित कर दी गई है …लेकिन सीवर समस्या का समाधान नहीं किया गया है …जिस कारण लोगों को परेशानी होती है खासकर मातृशक्ति को !

इस दौरान विशेष तौर पर इससे पहले भी क्षेत्रीय लोग समस्या से ग्रसित होने के कारण जनसमूह को लेकर केडीए आ चुके हैं …लेकिन उन्हें काम के नाम पर केवल आश्वासन ही मिला है …फिलहाल लोगों का कहना है कि पार्षद व केडीए के उच्च अधिकारियों ने एक महीने के अंदर लोगों की जन समस्याओं का समाधान करने का भरोसा दिलाया था…लेकिन दो माह बीत जाने के बाद भी अधिकारियों की लापरवाही का परिणाम यह है की सीवर की समस्या जस की तस बनी हुई है लोगों को लग रहा है कि अब लोग तंत्र की आवाज अधिकारियों के कान पर कोई असर नहीं डाल रही है , बीते कई समय से सीवर समस्या के कारण क्षेत्र में बीमारियों का जमघट लगा हुआ है , कई लोग इसी गंदगी के कारण बीमार होकर अपनी सारी जमा पूंजी डॉक्टर को दे चुके हैं, सीवर की इस गंदगी के कारण लोग अपने घर से बाहर आने तक में कतरने लगे हैं, यहां बेहद अफसोस जनक बात यह है कि मोदी का स्वच्छ भारत मिशन भी अधिकारियों की लापरवाही के कारण एक मात्र मजाक बनकर रह गया है, ऐसा इसलिए क्योंकि अभी भी इसी वर्ष समस्या के कारण महिलाओं को घर से बाहर शौच के लिए घर से बाहर जाना पड़ता है, बीते दिनों क्षेत्र में शिवर समस्या के समाधान के लिए कई वरिष्ठ अधिकारी आकर निरीक्षण भी कर चुके हैं ,लेकिन अधिकारियों के द्वारा सीवर की समस्या से मुक्त करवाने का प्रयास नहीं किया गया है,जिसके कारण जनता में सरकार के प्रति भारी असंतोष है,बताया जा रहा है कि वार्ड 50 में जनता के बार फिर से सीवर समस्या को लेकर उग्र प्रदर्शन या अंदोलन करने वाली है!

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