विषय – *अखंड बुंदेलखंड क्षेत्र के सभी नौ सांसदों का पुतला फूका गया*।
पृथक बुंदेलखंड राज्य निर्माण का संघर्ष लंबे समय से किया जा रहा है। वर्ष 2014 में सु. श्री उमा भारती जी ने भगवान राम को साक्षी मानकर तीन साल के भीतर बुंदेलखंड राज्य बनवा देने का वचन दिया था। उमा जी के वचन को पूरा करने का वादा आप मान्यवर एवं श्री राजनाथ सिंह जी ने भी दिया था।
हम बुंदेलियों से वादा किए हुए ग्यारह साल हो चुके है परन्तु अभी तक वचन पूरा नहीं किया गया है।
अखण्ड बुंदेलखंड क्षेत्र (उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश) के सभी सांसदों को दस बार पत्र लिखकर एवं मीडिया के माध्यम से मांग की गई कि बुंदेलियों की राज्य निर्माण की भावना को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बताएं कि बुंदेलियों की भावना है कि शीघ्र पृथक राज्य का निर्माण किया जाए। अगर सांसद ऐसा नहीं करते है तो मोर्चा बाध्य होकर प्रधानमंत्री जी, श्री राजनाथ सिंह जी एवं श्री अमित शाह जी के पुतले फूंकने का कार्य करेगा। किसी भी सांसद ने पत्र नहीं लिखकर बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा को उकसाने का कार्य किया है जैसे ये सभी सांसद चाहते है कि पुतले फूंके जाए।
*चूंकि किसी भी सांसद ने बुंदेलियों की भावना से प्रधानमंत्री को अवगत नहीं किया है इसलिए बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय ने प्रथम चरण में झांसी, जालौन, बांदा, हमीरपुर, सागर, दमोह, खजुराहो, टीकमगढ़ एवं दतिया के सांसदों के मुखौटा लगाकर 9 सांसदों के पुतले फूक दिए*।
बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा दूसरे चरण में प्रधानमंत्री, गृह मंत्री एवं राजनाथ सिंह का पुतला फूंकना नहीं चाहता हैं परन्तु सभी सांसद बुंदेलियों की भावना से प्रधानमंत्री को अवगत नहीं करवा रहा इसलिए आगामी सांसद सत्र में मजबूर होकर प्रधानमंत्री का पुतला जिसकी जिम्मेदारी इन नौ सांसदों की होगी।
भवदीय
भानू सहाय अध्यक्ष
बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा