कानपुर

 

काकादेव कोचिंग मण्‍डी बनी जहर की सबसे बड़ी खरीदार? स्टूडेंट्स खुलेआम ले रहे हैं ड्रग्‍स

 

 

काकादेव थाने का टॉप टेन अपराधी जितेन्द्र कोचिंग मंडी क्षेत्र में नाबालिक बच्चों को गांजा और चरस खुलेआम दे रहा है कुलवंती हॉस्पिटल के सामने वाली गली में जितेन्द्र और उसकी बीवी नशे का सामान बेच रही है ये सब काकादेव पुलिस की नाक के नीचे चल रहा है एक तरफ योगी सरकार बच्चों को अच्छी शिक्षा देने की बात कर रही है, लेकिन काकादेव के कई इलाकों में खुलेआम नशे का व्यापार हो रहा है और छोटे बच्चे से लेकर बड़े आदमी तक नशे के लती होते जा रहे हैं और दर्जनों घर बर्बादी कि कगार पर खड़े हैं। यहां पर छात्र गांजा, चरस, स्मैक और कोकीन जैसे ड्रग्स का बड़े पैमाने पर इस्तमाल करते हैं। लड़कों के साथ ही लड़कियों को भी इसकी लत पड़ चुकी हैं। सूत्र बताते हैं कि खतरनाक जहर का कारोबार करने वाले माफिया जितेन्द्र कोचिंग मंडी कहलाने वाले इलाके में बिना रोक-टोक के नशा पहुंचा रहा हैं और इनका साथ यहीं के चतुर्थ श्रेणी के कई कर्मचारी भी देते हैं। स्‍थानीय पुलिस को मामले की भनक है, लेकिन वो आंख बंद किए हुए है।

सूत्रों की माने तो कोचिंग मण्‍डी इलाके में चाय की दुकानों के साथ ही आस-पास इलाकों में दर्जनों की संख्या में जितेंद्र के गुर्गे नशे का सामान चाय की दुकान से लेकर हॉस्टल तक पहुंचा रहे हैं नशा माफिया और उसकी बीवी जिसको क्षेत्रीय लोग बुआ कह कर बुलाते हैं वह नशे का कारोबार खुलेआम काफी सालों से कर रहे हैं। स्थानीय निवासी अशोक का आरोप है कि इस पर माफिया पर पुलिस हाथ डालने की जहमत इसलिए नहीं उठाती है क्यों की मामला सब मैनेज रहता है विदित हो कि गांजा और अन्य ड्रग्स के सेवन से युवाओं में चेस्ट पेन और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ रहा है, पर इस सबके बावजूद कानपुर में सोने से भी महंगा बिक रहा है ये नशा।हाल ही में जेल से छूटने के बाद नशा माफिया जितेंद्र ने काकादेव कोचिंग मंडी में अपना फिर से नशे का साम्राज्य चालू कर दिया है।

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