सामूहिक विवाह में पांच जोड़ों का बसा घर
नेत्रहीन वीरेन्द्र की जीवन संगिनी बनी पुजा, मूक वधिर विशाल बने मूक-बधिर मोहिनी का सहारा
विनय उत्तम,विजय कपूर व ऊषा पुरी ने दिया वर वधू को आशीर्वाद
कानपुर। विकलांग एसोसिएशन द्वारा दिव्यांगजनों का सामूहिक विवाह समारोह श्रमिक कल्याण भवन शास्त्री नगर में आयोजित हुआ। जिसमें पांच जोड़े विवाह बंधन में बंधकर जीवन भर साथ निभाने की कसम खाई । इस अवसर पर दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी ने दिव्यांग दम्पतियों को कान की मशीन व ट्राई साईकिल उपलब्ध कराई। उन्होंने कहा कि सरकार से मिलने वाली पैंतीस हजार रूपए कि आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी। डाक्टर ऊषा पुरी द्वारा दहेज में ग्रहस्ती का सामान, कपड़े आदि दिया गया।विकलांग एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि अब तक 613 दिव्यागों का घर एसोसिएशन बसा चुकी है।
आज मूक बधिर विशाल वर्मा का मुक बधिर मोहिनी के साथ, नेत्रहीन वीरेन्द्र का पैर से दिव्यांग पूजा के साथ, पैर से दिव्यांग राहुल विश्वकर्मा का पैर से दिव्यांग सोन बाला के साथ, हांथ से दिव्यांग सुधीर कठेरिया का सोनम के साथ, राहुल कुमार का हांथ से दिव्यांग रागिनी के साथ विवाह सम्पन्न हुआ।
वीरेन्द्र की एक आंख बचपन से खराब है माता-पिता का देहांत हो गया है, एक छोटा भाई गांव में रहता है। वीरेन्द्र नौकरी के चक्कर में कानपुर आ गये और प्राईवेट नौकरी करने लगे। मोहिनी के पिता का देहांत हो गया है। पेसे से टाइल्स लगाने व राज मिस्त्री का काम करने वाले पैर से दिव्यांग काकादेव निवासी राहुल विश्वकर्मा का देवरिया जिले की पैर से दिव्यांग सोनबाला से विवाह सम्पन्न कराया गया।
वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि जो दिव्यांगजन विवाह करना चाहते हैं वो अपना पंजीकरण शास्त्री नगर सेन्ट्रल पार्क बगिया गेट नंबर 4 में किसी भी दिन आकर करवा सकते हैं।आज के कार्यक्रम में अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार,कमलेश कुमार,हरिलाल भारती,मधु सिंह आदि शामिल थे।