कानपुर

 

ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन कानपुर नगर द्वारा कानपुर कचहरी परिसर में बने बार एसोसिएशन हाल में एक सेमिनार का आयोजन किया गया सेमिनार के मुख्य वक्ता श्री विकास रंजन ने अपने संबोधन में बताया की संविधान को उन्हें संस्थाओं से खतरा है जिन्हें संविधान की सुरक्षा के लिए बनाया गया था उन्होंने यह भी बताया की 26 जनवरी 1950 में डॉ भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में संविधान सभा के लगभग 300 प्रतिभाशाली सदस्यों के मध्य तीन साल तक चली लगातार बहस के बाद संविधान तैयार किया गया था लेकिन आज संविधान को उन्हें संस्थाओं विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका से खतरा हो रहा है जिनसे इसकी सुरक्षा की आशा की जाती है जिस तरह से संविधान को सिरे से नकारने वाले वगैर विचार विमर्श के पारित किए जाते हैं उससे सरकार की मंशा का स्पष्ट पता चलता है संसद को खुलेआम कमजोर किया जाता है आप सोचिए अगर संसद कमजोर और न्यायपालिका शक के दायरे में आ जाती है तो लोकतंत्र खतरे में पड़ ही जाता है हमने देखा है कि किस प्रकार किसान विरोधी कृषि विधेयक पारित हुए थे और एक लंबे समय के बाद वापस भी लिए गए हमने यह भी देखा है किस प्रकार मजदूर विरोधी श्रम कानून पारित किए गए

इन्हीं सब विषयों को लेकर सेमिनार में शामिल लोगों ने चर्चा की की किस प्रकार संविधान को बचाया जाए।

 

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