कानपुर

 

आईआईटी कानपुर के बाद एक उच्च संस्थान में छात्र ने आत्महत्या कर ली. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत संचालित फार्मेसी विभाग में डी फार्मा के छात्र प्रशांत शुक्ला ने बुधवार को अपने कमरे में आत्महत्या कर ली. प्रशांत के दोस्तों को यह बात तब पता चली, जब मिलने रूम पर पहुंचे. दोस्तों ने काफी देर प्रशांत का दरवाजा खटखटाया लेकिन नहीं खुला. इस पर कॉलेज के प्रशासनिक अफसरों को सूचना दी. मौके पर पहुंचकर अफसरों द्वारा जब दरवाजा खोला गया तो अंदर प्रशांत का शव पड़ा था.

बुधवार दोपहर हुई इस घटना के बाद अचानक से ही पूरे कॉलेज में सन्नाटा पसर गया. मौके पर पहुंची स्वरूप नगर थाना पुलिस टीम ने अपनी ओर से जांच पड़ताल शुरू कर दी. प्रशांत की आत्महत्या की पुष्टि स्वरूप नगर थाना प्रभारी सूर्यबली पांडे ने की. हालांकि उन्होंने कहा कि प्रशांत के कमरे से किसी तरीके का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.

फार्मेसी विभाग से जुड़े प्रशासनिक अफसर ने बताया बिधूना औरैया निवासी प्रशांत शुक्ला ने दो माह पहले ही कॉलेज में प्रवेश लिया था. हालांकि अचानक ही प्रशांत ने आत्महत्या क्यों कर ली इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं था. वहीं, छात्रों के बीच इस बात को लेकर भी चर्चा जोरों पर थी कि प्रशांत जो है मंगलवार तक बिल्कुल सही था. बुधवार अचानक वह इस तरीके का कदम उठा लेगा, यह किसी ने भी नहीं सोचा था. पुलिस की ओर से जैसे ही यह जानकारी प्रशांत के परिजनों को दी गई तो उनका रो-रो कर बुरा हाल हो गया. पुलिस ने प्रशांत की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है.कुछ दिनों पहले जहां आईआईटी कानपुर में पीएचडी छात्र अंकित यादव ने आत्महत्या कर ली थी. इसके कुछ दिन बाद ही रामा मेडिकल कॉलेज में बी फार्मा के छात्र ने भी आत्महत्या कर ली थी. अब फार्मेसी विभाग में पढ़ने वाले छात्र प्रशांत शुक्ला ने भी आत्महत्या कर ली. लगातार छात्र कैंपस में ही मौत को गले क्यों लग रहे हैं? इस सवाल का जवाब तो कोई भी नहीं दे पा रहा है. हालांकि कहीं ना कहीं इसके पीछे एक बड़ी वजह छात्रों के ऊपर एक मानसिक तनाव ही है.

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