कानपुर नगर
बैंक मैनेजर के साथ मिल कर महिला के साथ किया गया फ्रॉड, 2लाख के लोन के नाम पर कराए 24 और 13 लाख के लोन, पुलिस आयुक्त से महिला ने लगाई न्याय की फरियाद
जरूरतमंदों को अगर समय पर बैंक से लोन मिल जाए तो उनकी खासी मदद हो जाती है, वैसे तो बैंकों से लोन लेना भी अपने आप में मुश्किल काम है लेकिन अगर बैंकों के दलाल और मैनेजर आपस में मिल जाए तो आपको लाखों का लोन आसानी से और बिना जरूरत के भी मिल जाता है । ऐसा ही एक मामला कानपुर में सामने आया जिसमें सिविल लाइंस निवासी दिहाड़ी मजदूर इमरान को अपनी पत्नी की बीमारी के लिए मात्र एक लाख के कर्ज की आवश्यकता थी और वह संपर्क में आए कानपुर के काकादेव रानीगंज निवासी अमजद खान से । अमजद ने उन्हें अपनी दोस्ती बैंक मैनेजर से होना बताया और भरोसे में लिया की वह आसानी से उनको 2 लाख का लोन दिला देगा । यहां से शुरू हुआ खेल जिसमें कई बार मुलाकात कर इमरान को भरोसे में लिया गया और उनके कागजों से एक फर्म न्यू इंडिया इंटरप्राइजेज का निर्माण करवाया जिसका दफ्तर चमनगंज में दिखाया गया । इसी फर्म के नाम दो अलग लोन अकाउंट खुलवा कर 9 लाख 84 हजार 997 रुपया और 13 लाख 90 हजार के दो लोन करवाए गए जिसमें की कुल रकम 23 लाख 74 हजार 997 रुपए के दोनो लोन यूको बैंक की पी रोड शाखा से करवाये गये । खास बात यह रही कि इमरान की आर्थिक स्थिति की जांच के बिना ही महज पांच दिनों में ही दोनों लोन करवा लिए गए । फ्रॉड करने वाले अमजद खान के साथ इमरान ने बैंक के मैनेजर निखिल नंदन और उनके सहयोगी सुधीर व आनंद को भी इस षडयंत्र का हिस्सा बताया है ।
इमरान ने अपनी पत्नी के साथ आज पुलिस आयुक्त कानपुर नगर को एक शिकायती पत्र देते हुए मांग करी है कि उनके इन फर्जी लोनों की जांच कर दोषियों को सख्त सख्त सजा दिलवाई जाए और उन्हें न्याय दिलवाया जाए ।