*शनि ग्रह अस्त 28 फरवरी 2025*
वर्तमान समय में शनि ग्रह अपनी स्वयं की राशि कुंभ में गोचर कर रहे हैं। इस राशि में सूर्य देव की मौजूदगी की वजह से शनि देव 28 फरवरी 2025 की सुबह 11:23 मिनट पर कुंभ राशि में अस्त हो जाएंगे और 29 मार्च को शनि ग्रह मीन राशि उदय होंगे। ऐसे में, शनि ग्रह के अस्त होने से सभी राशियों पर एवं शनि से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर इसका प्रभाव पड़ना निश्चित है।
शनि की अस्त अवस्था
ज्योतिष शास्त्र में किसी ग्रह का अस्त होना उस अवस्था को कहते हैं जब कोई ग्रह सूर्य के बेहद करीब चला जाता है। सामान्य शब्दों में कहें तो, वह सूर्य से 8 डिग्री के भीतर प्रवेश कर जाते हैं। जब कोई ग्रह अस्त हो जाता है, तो वह सूर्य की तीव्र ऊर्जा की वजह से अपनी शक्तियां खो बैठता है जिससे व्यक्ति की कुंडली में ग्रह कमज़ोर होकर अशुभ परिणाम देने लगता है
जब शनि ग्रह अस्त हो जाते हैं, तो इनके न्याय, अनुशासन, संरचना, जिम्मेदारी और अधिकार जैसे गुण प्रभावित होते हैं और इस वजह से व्यक्ति के भीतर इन गुणों के प्रभाव में कमी आने लगती है या फिर वह इनका सही तरीके से उपयोग करने में असमर्थ होता है/
ज्योतिषि मतानुसार, शनि की अस्त अवस्था के प्रभाव
अधिकार एवं प्रतिबद्धता से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न होती है। व्यक्ति बंधा हुआ या जकड़ा हुआ महसूस करने लगता है। जीवन में आंतरिक व बाह्य संघर्ष बढ़ जाते हैं। सफलता बहुत देरी से मिलती है। शनि देव की धीमी गति से परिणाम देने वाली ऊर्जा अस्त होने पर देरी से परिणाम मिलते हैं//
जिनके व्यक्तियों के वर्तमान समय में शनि ग्रह की दशा- अंतर्दशा चल रही है उन राशियों पर शनि का विशेष प्रभाव देखने को मिलेगा। अतः वर्तमान में शनि ग्रह से प्रभावित व्यक्तियों को कुछ सामान्य उपाय जरूर करने चाहिए जिससे की अस्त शनि ग्रह के दुष्प्रभाव से बचाव हो सके।