*हिन्दू धर्म में अन्न की देवी को

अन्नपूर्णा देवी माना गया है*

 

भारत में अन्नपूर्णा देवी के मन्दिर कई सारे है लेकिन इंदौर का अन्नपूर्णा मन्दिर अपने आप में अलग ही विशेषताएँ लिए हुए है ;

अन्नपूर्णा मन्दिर इंदौर का सबसे पुराना मन्दिर है। इस मन्दिर को 9 वीं शताब्दी में भारत एवं आर्य तथा द्रविड़ स्थापत्य शैली के मिश्रण से बनाया गया था , जो कि इंदौर में स्थित एक भव्‍य मन्दिर है। यह मन्दिर हिंदू धर्म की अन्न की देवी माँ अन्नपूर्णा को समर्पित है , जिन्‍हे भोजन की देवी माना जाता है।यह मन्दिर कई कारणों से प्रसिद्ध है।

इसमें माँ अन्नपूर्णा की तीन फिट ऊंची संगमरमर की मूर्ति है। इस मन्दिर की ऊॅंचाई 100 फीट से भी अधिक है।

मन्दिर की अद्भुत स्‍थापत्‍य शैली ,

 

मदुरै के विश्व प्रसिद्ध मीनाक्षी मन्दिर से प्रभावित ( के समान ) है। मन्दिर का प्रवेश द्वार काफी भव्‍य और

बहुत प्रभावशाली है। मन्दिर के मुख्य द्वार पर चार बड़े हाथियों की मूर्ति है।

मन्दिर परिसर के भीतर अन्नपूर्णा , शिव , हनुमान और काल भैरव

भगवान को समर्पित मन्दिर भी हैं।

हनुमानजी और काल भैरव भगवानों के अलग – अलग मन्दिर है। मन्दिर की बाहरी दीवारों पर रंगीन पौराणिक छवियाँ बनी हुई है, दीवारों पर कृष्ण लीला का चित्रण है। इस मन्दिर का मुख्‍य आकर्षण कमल के फूल में बैठे भगवान काशी की साढ़े चौदह फुट ऊॅंची मूर्ति है। मन्दिर न केवल धार्मिक आगंतुकों के लिए है , बल्कि उन लोगों के लिए भी है जो प्राचीन भारतीय कला और हिंदू धर्म के वर्चस्व के बारे में जानना चाहते हैं। जब भी आप इंदौर शहर जाते हैं तो अन्नपूर्णा मन्दिर के दर्शन आपको अवश्य करना चाहिए।

दर्शन का समय

मन्दिर में दर्शन का समय सुबह 5:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और दोपहर 2:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक , मन्दिर सप्ताह के प्रत्येक दिन खुला रहता है।

निकटतम बस स्टैंड : सरवटे बस स्टेण्ड इंदौर से करीब 5 कि.मी. एव इंदौर रेलवे स्टेशन से भी करीब 5 .5 कि.मी.तथा अहिल्या बाई अंतराष्ट्रिय हवाई अड्डा इंदौर से करीब 7.5

कि.मी. दूर है l

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