कलेक्ट्रेट में बाबू बनकर आसरा आवास दिलाने के नाम पर धन वसूलने वाला एक दलाल हत्थे चढा है। एक महिला की शिकायत के बाद सक्रिय हुए विभाग ने उसे कलेक्ट्रेट परिसर से पकडा और एडीएम सिटी के समाने पेश किया।पूछताछ के बाद उसे कोतवाली पुलिस को सौंप दिया गया है। एडीएम सिटी डॉक्टर राजेश कुमार ने बताया कि आसरा आवास दिलाने के नाम से कई महिलाओं से साढे तीन लाख की वसूली शाहिद ने की। इसकी शिकायत महिला ने डीएम से की जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है। शाहिद को कोतवाली पुलिस को सौंप आगे की कार्यवाही के आदेश दिए गए हैं।
आवास विकास नौबस्ता निवासी पूनम ने डीएम को शिकायती पत्र दिया था। इसमें बताया गया कि वह बीते रोज डीएम कार्यालय आई थी। यहां शाहिद नाम के व्यक्ति से मुलाकात हुई। उसने बताया कि वह यहां कार्यरत है और उसका काम करा सकता है। आसरा आवास दिलाने के नाम पर मुझसे और मेरे साथ की अन्य महिलाओं से साढे तीन लाख रूपए पार्ट पार्ट में उसने लिए। इसके बाद जब आवास मांगा तो मना कर दिया। पैसे वापस मांगने पर उसने जेल भेजने की धमकी दी। डीएम ने मामला संज्ञान लिया और उसके बाद शाहिद को पकड लिया गया। शाहिद को एडीएम सिटी के समक्ष ले जाएगा, जिसके बाद कोतवाली पुलिस बुला कर उन्हें सौंप दिया गया।पूछताछ में कुछ कर्मचारियों ने बताया कि यह शाहिद एडीएम न्यायिक कोर्ट के बाहर बैठा रहता था। कोई पीडित आए तो उसका काम कराता था। दलाल है इसकी जानकारी उनको नहीं है। वहीं चर्चा है कि शाहिद के कलेक्ट्रेट के कुछ बाबुओं के साथ सांठगांठ थी, जिससे वह काम करा लेता था।
2025-03-11