जिलाधिकारी श्री जितेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा आज राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, पाण्डु नगर में निर्माणाधीन आई.टी. लैब का निरीक्षण किया गया।
उक्त निर्माण कार्य उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा कराया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान श्री आर.के. गुप्ता, अपर परियोजना प्रबंधक, उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड, कानपुर नगर, श्री अनूप कुमार मिश्रा, अधिशासी अभियंता, प्रांतीय खंड, लो.नि.वि., कानपुर नगर समेत अन्य संबंधित अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।
2. निरीक्षण के दौरान परियोजना से संबंधित ठेकेदार अनुपस्थित पाया गया। इस संबंध में अपर परियोजना प्रबंधक द्वारा अवगत कराया गया कि ठेकेदार को सूचना दिए जाने के उपरांत भी अनुपस्थित हैं। यह स्थिति अत्यंत आपत्तिजनक है।
3. अपर परियोजना प्रबंधक द्वारा अवगत कराया गया कि राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, पाण्डु नगर में रु0 137.67 लाख की लागत से बन रही आई.टी. लैब का निर्माण कार्य माह जुलाई, 2022 को प्रारंभ हुआ था तथा उक्त परियोजना का कार्य पूर्ण किए जाने की तिथि 25.01.2024 लक्षित थी। जिसके उपरांत कार्य पूर्ण किए जाने की पुनरीक्षित तिथि माह अगस्त, 2024 की स्वीकृति ली गई। तदोपरांत पुनरीक्षित तिथि पुनः संशोधित करते हुए माह फरवरी, 2025 की स्वीकृति ली गई। अंतिम पुनरीक्षित तिथि भी व्यतीत हो जाने के उपरांत भी परियोजना को 97 प्रतिशत ही पूर्ण किया जा सका है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि संबंधित ठेकेदार द्वारा उक्त निर्माण कार्य में लापरवाही एवं शिथिलता बरती गई है तथा कार्यदायी संस्था की पर्यवेक्षणीय लापरवाही भी प्रदर्शित हो रही है।
4. महाप्रबंधक, उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड से अपेक्षित है कि उक्त निर्माण कार्य को पूर्ण करने मंे विलंब करने वाले तथा संबंधित पर्यवेक्षणीय अधिकारियों/कार्मिकों का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए यथोचित कार्यवाही कराने का कष्ट करें।
5. निरीक्षण के दौरान निर्माणाधीन आई.टी हब में प्रारंभिक तौर पर निम्न कमियां भी परिलक्षित हो रही हैंः-
1. भवन में लगे दरवाजों के कतिपय स्थानों में बुरादे भरे पाए गए हैं।
2. दरवाजों में लगी कुंडियों की गुणवत्ता भी निम्न स्तर की प्रतीत हो रही है।
3. भवन की छत की ढलाई में कतिपय स्थानों पर हनीकॉम्बिंग पाई गईं।
4. छत के ऊपर कतिपय स्थानों पर पानी भरा था, जिसके संबंध में अवगत कराया गया कि तराई किए जाने के कारण पानी भर गया है। परंतु भरे हुए पानी में काई जमी हुई पाई गई, जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि पानी छत पर कई माह से एकत्रित है। यह भी उल्लेखनीय है कि मानकों के अनुसार निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत ही तराई की जातीी चाहिए।
6. इस संबंध में अधिशासी अभियंता, प्रांतीय खंड, लो.नि.वि. को उक्त निर्माण कार्य की प्रारंभिक जांच कर एक सप्ताह में आख्या उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए गए।
7. अपर परियोजना प्रबंधक, उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड, कानपुर नगर को निर्देशित किया जाता है कि निरीक्षण के दौरान पाई गई समस्त कमियों का निराकरण कराते हुए वस्तुस्थिति की आख्या अधोहस्ताक्षरी को एक सप्ताह के अंदर अवगत कराना सुनिश्चित करें।