विषय – *बुंदेलखंड राज्य निर्माण की मांग प्रधानमंत्री से नही करने पर नौ सांसदो के पुतले फूके गए*।
बुंदेलखंड राज्य निर्माण का संघर्ष लम्बे समय से किया जा रहा। हर एक बुन्देली की भावना है की पृथक बुंदेलखंड राज्य शीघ्र बनाया जाए।
बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा लगातार उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अखण्ड बुंदेलखंड क्षेत्र के नौ सांसदो से मांग की जा रही है कि बुंदेलियों की भावना के अनुसार प्रधानमंत्री के तीन साल के वादे की याद दिलवाने के लिए वार्ता कर बुंदेलखंड राज्य शीघ्र बनाए जाने की मांग करें।
अखण्ड बुंदेलखंड क्षेत्र के नौ के नौ सांसदो ने न तो प्रधानमंत्री से वार्ता कर उनका तीन साल का वादा याद दिलवाया और न ही पत्र लिखकर बुंदेलखंड निर्माण की बात की।
बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा की अनेक बार की चेतावनी को सभी सांसदों ने इसलिए नजरंदाज किया क्योंकि वे प्रधानमंत्री से वार्ता करने की हिम्मत ही नहीं कर पा रहे हैं।
बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा ने निर्णय लिया है कि इन बुंदेलखंड राज्य विरोधी सांसदो के पुतले फूके जायेगे। इन बुंदेलखंड राज्य विरोधी सांसदो का विरोध सड़को पर भी किया जाएगा।
*बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय ने “कसम राम की खाते है, बुंदेलखंड राज्य बनवाएंगे” एवं “जो बुंदेलखंड का नही वो किसी काम का नही” के नारे के साथ नौ सांसदो क्रमश झांसी, सागर , दमोह , खजुराहो, टीकमगढ़, जालौन, बांदा, हमीरपुर एवं दतिया के सांसदो के पुलते कचहरी चौराहे के पास फूका गया*।
जब तक बुंदेलखंड राज्य विरोधी सांसद प्रधानमंत्री से वार्ता कर मांग नहीं करेगें तब तक हर लोक सभा सत्र में इन राज्य विरोधी सांसदो के पुतले फूके जाते रहेगें।
भानू सहाय अध्यक्ष
बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा