भोजन करने पश्चात आए हुए सभी सहयोगी धम्म बन्धुओं को मंगलकामना की ।
कानपुर, बुद्ध विहार साधना केन्द्र संस्थान जूही बम्बुरहिया में नव पब्बज्जित श्रामणेर एवं भिक्खु संघ चारिका कर मसवानपुर में डा जे आर बौद्ध(बौद्धाचार्य) केन्द्रीय शिक्षक बी एस आई मुम्बई के घर भिक्षाटन कर भोजन दान ग्रहण किया। डॉ जे आर बौद्ध के द्वारा पूरे संघ को धम्म दान किया गया। फिर पूरे संघ ने डॉ जे आर बौद्ध और श्रद्धेय राम स्वरूप जिन्होंने पूरा भोजन दिया एवं आए हुए सभी सहयोगी धम्म बन्धुओं को मंगलकामना की । बाबा साहब की इच्छा थी कि भारत बौद्ध मय बनें और बुद्ध संघ तैयार हो जो बौद्ध धम्म का प्रचार प्रसार करें । इस श्रामणेर संघ को बुद्ध विहार में सात दिन तक संघ के नियमों का संखवार पालन,विपस्सयना,बुद्ध,धम्म,,संघ का प्रशिक्षण, सीलों का पालन, सुप्तों का पाठन आदि बहुत सा धम्म ज्ञान दिया जाता है। बाबा साहब के पुत्र सूर्यपुत्र यशवन्त राव अम्बेडकर के द्वारा बताए तेरह संस्कार और चौबीस शिविरों का भी आंशिक प्रशिक्षण दिया जाता है।यह कार्य पूरे देश में अनवरत चलता रहना चाहिए। तभी भारत बौद्ध मय बन पाएगा।भाषण बाजी से और कालर ऊंचा करने से भारत बौद्ध मय का सपना अधूरा रहेगा। इस कारवां को आगे बढ़ाने में श्रद्धेय सोनेलाल कन्ट्रोल वालों परिवार,सरवन भाई,पी एल जिग्याशु रामशंकर दीवान, डॉ प्रशान्त बौद्ध एड,राम सरन , सुमित दिवाकर, मुकेश कनौजिया,श्रद्धेया ज्योति कुशवाहा, ममता गौतम रजनी बौद्ध,नीरज बौद्ध,शालू कमल,विजय कमल,रानी बौद्ध,तेजस्व बौद्ध, प्रियांशु कमल और बहुत से धम्म प्रिय लोग शामिल हुए।बुद्ध भीम के जयघोष के साथ फूलों की वर्षा से संघ का स्वागत और सम्मान हुआ।