*वक्फ बिल को लेकर हाई अलर्ट,संवेदनशील इलाकों में फोर्स तैनात,ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी*
वाईबीएन संवाददाता
कानपुर में वक्फ संशोधन बिल को लेकर हाई अलर्ट है।कमिश्नरेट पुलिस पहले से ही अलर्ट थी।इसको लेकर मंगलवार को ही दंगा नियंत्रण स्कीम लागू की जा चुकी है।वक्फ संशोधन बिल बुधवार को 12 बजे लोकसभा में पेश होना था।कानपुर में सभी डीसीपी और एडीसीपी को अपने क्षेत्रों में भ्रमणशील रहकर स्थितियों को देखते रहने के निर्देश जारी किए गए है।संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल के अलावा पीएसी तैनात की गई है ।इसके अलावा ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी से भी नजर रखी जा रही है।
इसके अतिरिक्त धर्मगुरुओं से भी लगातार वार्ता की जा रही है ताकि कोई माहौल खराब न हो सके।पुलिस अफसर लगातार लोगो से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील कर रहे है।
*काली पट्टी बांधकर हुआ था विरोध*
ईद से पहले जुमा की नमाज के दौरान धर्म विशेष के लोगो द्वारा काली पट्टी बांधकर वक्फ संशोधन बिल का विरोध किया था।ऐसी स्थितियों को देखते हुए कमिश्नरेट पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है।संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों में दंगा नियंत्रण संसाधनों से लैस पुलिस के जवान लगातार पैदल गस्त कर रहे है।स्थितियों पर पूरी तरह से नजर रखी जा रही है।
*4 हजार पुलिस जवानों के साथ पीएसी भी उतरी*
किसी भी स्थित से निपटने के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने पहले से तैयारी कर ली है।अगर को माहौल खराब करने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।चार हजार पुलिस के जवानों के साथ पीएसी को भी सड़को पर उतारा गया है जो लगातार सेंसटिव इलाको में गस्त करेंगे।इसके अलावा ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से ऐसे क्षेत्रों की निगरानी की जा रही है।
*चार जोन चार डीसीपी की तर्ज पर सौंपी गई कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी*
जिले को पहले ही पूर्वी,सेंट्रल,पश्चिमी और दक्षिण चार जोन में बांटा जा चुका है।इसी तर्ज पर सभी डीसीपी को अपने अपने क्षेत्रों की कमान सौंपी गई है।निर्देश है कि सभी डीसीपी एडीसीपी,एसीपी और थानेदार अपने क्षेत्रों के संवेदनशील इलाकों में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए भ्रमणशील रहेंगे।जिसको लेकर सभी पुलिस अधिकारी लोगो और धर्मगुरुओं से वार्ता कर शांति व्यवस्था बनाने की अपील कर रहे है।
*सोशल मीडिया पर निगरानी*
पुलिस के एक्सपर्ट सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए है।अगर कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर भ्रामक या भड़काऊ सूचना प्रसारित करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।एक्स,फेसबुक और इंस्ट्राग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर निगरानी रखी जा रही है।लोगो से लगातार कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की जा रही है।
*कानपुर में वक्फ की संपत्तियां*
कानपुर के अलग अलग इलाको में वक्फ की कुल 1669 संपत्तियों का विवरण है।जिसमें शिया वक्फ बोर्ड की 1635 संपत्तियां है जबकि सुन्नी वक्फ बोर्ड को महज 34 संपतियों की जानकारी सामने आई है।इनमें में 548 मामले राजस्व विभाग को सौंपे गए है।
*वक्फ संशोधन को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष की राय*
बुधवार 12 बजे के करीब वक्फ संशोधन बिल को लोक सभा में पेश किया गया। सरकार जहां विधेयक को मुस्लिमों के हित में एक सुधारात्मक कदम बता रही तो वहीं विपक्ष पुरजोर विरोध में उतरा हुआ है। विपक्षी दलों का कहना है कि विधेयक संविधान का उल्लघंन है और धार्मिक आजादी के खिलाफ है।बिल पर चर्चा के लिए विपक्ष ने 12 घंटे का समय मांगा था हालांकि सरकार ने 8 घंटे का समय दिया है।