मुसलमानों को बलि का बकरा बना कर,सियासी फायदा लेने वालों से बचें मुसलमान,जुमा इबादत का दिन है सियासत का नहीं:सूफ़ी कौसर मजीदी।
कानपुर नगर। वक्फ संशोधन विधेयक से लेकर वक़्फ़ संशोधन अधिनियम बनने तक,और अभी भी झूठे तथ्यों का सहारा लेकर मुसलमानों को गुमराह करके,उनकी जान माल दांव पर लगाने वाले कथित,धर्म के ठेकेदारों को सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन द्वारा आड़े हाथों लिया गया है,मुसलमानों की फर्जी कयादत का दावा करने वाली ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड,के द्वारा वक्फ कानून के खिलाफ आंदोलन,प्रदर्शन और जुमा के दिन के नाम का दुरुपयोग करने पर कड़ी फटकार लगाई है,इस संबंध में सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन केंद्रीय कार्यालय कानपुर नगर से, बयान जारी करते हुए, सूफी खानकाह एसोसिएशन राष्ट्रीय अध्यक्ष सूफी मोहम्मद कौसर हसन मजीदी ने कहा कि,झूठे और काल्पनिक तथ्यों के आधार पर वक्फ संशोधन अधिनियम के हवाले से मुसलमानों को गुमराह किया जा रहा है, उन्होंने कहा कि मुस्लिम ब्रदरहुड की विचारधारा की सियासत करने वाले,वहाबी देवबंदी सलाफी अहले हदीस विचारधारा के मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड में बैठे हुए लोग,अपने घटिया सियासी एजेंडे के लिए,झूठे और काल्पनिक तथ्यों का सहारा ले कर मुसलमानों को बलि का बकरा बना रहे हैं, मुसलमानों को भड़का कर उन्हें सड़कों पर लाकर अप्रिय घटनाओं को कारित करवा कर देश को बदनाम करने और,सरकारों पर दबाव बनाने के उद्देश्य से कार्य करने वाले,ये कैसे खुद को मुसलमान कह सकते हैं जो,इबादत के दिन जुमा को सियासत के लिए इस्तेमाल करते हैं, उन्होंने कहा कि जुमा का दिन इबादत का है सियासत का नहीं, उन्होंने कहा कि ये कितने बड़े मुसलमान हैं वो इसी बात से पता चलता है कि,वक्फ के नाम पर सारे देश में अराजकता का माहौल बनाने वाले ये लोग,सऊदी अरब की सरकार के द्वारा सौ साल पहले नबी के घर वालों की मजारों को तोड़े जाने के मामले में आज तक एक शब्द नहीं बोले, उन्होंने कहा कि खुद को बहुत बड़ा इस्लाम हमदर्द बताने वाले ये वहाबी देवबंदी सलाफी अहले हदीस कितने बड़े मुसलमान हमदर्द और इस्लाम के चाहने वाले हैं जिसे देखना हो इनके मुल्ला मौलवियों की अभद्र और अश्लील भाषा सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन के सोशल मीडिया पोस्टों पर देख लें, उन्होंने कहा कि 1947 से आज तक मुसलमानों का सबसे अधिक नुकसान इन्हीं कथित ठेकेदारों ने किया है, उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि ऐसी ही भड़काने वाली सोच जिन्ना की थी,जिसकी सनक और पागलपन ने लाखों हिंदू और मुसलमानों को मरवा डाला,उन्होंने कहा कि मुसलमान खुद इस बात पर रिसर्च करें,इनकी सच्चाई जानें और इनसे दूर रहें।