पवन गुप्ता का पलटवार- आलोक मिश्र अपने रवैये की वजह से चुनाव हारे, प्रदर्शित की राजनीतिक कुंठा
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में आलोक मिश्रा के आरोपों के बाद अब महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पवन गुप्ता ने पलटवार किया है. महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पवन गुप्ता ने आलोक मिश्र के बयान को लेकर दो टूक कहा कि राष्ट्रीय अधिवेशन में जो कुछ उन्होंने बोला है, वह उनकी राजनीतिक बौखलाहट और कुंठा को प्रदर्शित करता है. पवन गुप्ता ने कहा कि अगर कोई बात थी, तो उन्हें मुझे बताना चाहिए था, वह खुद उन्हें पार्टी कार्यक्रमों में व्यक्तिगत रूप से उन्हें आमंत्रित करते हैं.हम लोगों के बीच किसी तरह का विवाद भी नहीं था. उन्होंने कहा कि कल जब उनका बयान सामने आया तो वह खुद आश्चर्य में पड़ गए. उनके बयान को अनुशासनहीनता का मामला बताते हुए पवन गुप्ता ने कहा कि उन्होंने जो आरोप लगाए हैं, वह बेबुनियाद हैं, उनका मैं प्रमाण दे दूंगा. इसके साथ ही पवन गुप्ता ने कहा कि आलोक मिश्रा अपने इसी व्यवहार और रवैये के कारण लोकसभा चुनाव हार गए. कानपुर नगर लोकसभा सीट का चुनाव जीता हुआ था. खुद को सबसे ज्यादा मिले वोटों के आलोक मिश्रा के दावे पर पवन गुप्ता ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनावों में सपा और कांग्रेस को जितने वोट मिले थे, वहीं वोट लोकसभा में भी आलोक मिश्र को मिले. उन्होंने पार्टी के लिए एक वोट भी नहीं बढ़ाया. अगर ऐसा होता तो कम से कम दो लाख वोट और मिलना चाहिए, जबकि अकबरपुर, फतेहपुर और उन्नाव लोकसभा की सीटों पर गठबंधन के जो प्रत्याशी चुनाव लड़ें, उन्हें आलोक मिश्र से ज्यादा वोट मिले. ऐसे में उनका यह दावा भी गलत है.इसके साथ ही पवन गुप्ता ने अपने बेटों को लेकर लगे आरोपों पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि उनका बड़ा बेटा सिद्धार्थ उत्तर प्रदेश कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ का अध्यक्ष है. चार साल से वह सक्रिय है, इसके अलावा वह वैश्य महासंगठन की कमान भी संभाल रहा है, जिसके चलते हर दल के लोगों से उसकी मुलाकात होती रहती है. जब से वह महानगर अध्यक्ष बने हैं, उनका बड़ा बेटा कार्यालय आकर उनके सारे काम देख रहा है. दूसरे बेटे अभिमन्यु को लेकर कहा कि वह सपा में है और चुनाव भी लड़ चुका है लेकिन पिछले कुछ महीनों से वह सक्रिय नहीं है. दावा किया कि अभिमन्यु भी उनके साथ है और उनका काम देख रहा है. पवन गुप्ता ने पार्टी में किसी तरह की अंतरकलह से भी इनकार किया.