कानपुर में मेट्रो ने एक और पड़ाव पूरा कर लिया है।
कानपुर में अंडरग्राउंड मेट्रो का संचालन जल्द शुरू हो रहा है।
शहरवासियों को जल्द ही अंडरग्राउंड मेट्रो में सफर का आनंद मिलने वाला है, अब इंतजार खत्म हो चुका है और पांच अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन बनकर तैयार हैं। मेट्रो रेल संरक्षण आयुक्त (CMRS) द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) भी जारी हो चुका है। 24 अप्रैल को पीएम मोदी अंडरग्राउंड मेट्रो को हरी झंडी दिखा सकते हैं, हालांकि अभी कार्यक्रम तय नहीं है। पहले कोरिडोर के सेकेंड फेस में चुन्नीगंज से लेकर सेंट्रल स्टेशन तक अंडरग्राउंड मेट्रो संचालन किया जाना है। अभीतक आईआईटी से मोतीझील तक मेट्रो का संचालन हो रहा है। अंडरग्राउंड मेट्रो के सफर बहुत कुछ खास मिलने वाला है, यहां कई खास तरह के उपकरण इंस्टॉल किए गए हैं।मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त (CMRS) द्वारा 5 नए अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशनों पर मेट्रो संचालन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी की जा चुकी है । मेट्रो अधिकारियों ने इसकी सूचना राज्य सरकार को दे दी है। इससे पहले चुन्नी गंज से लेकर सेंट्रल स्टेशन तक मेट्रो को दौड़ा कर देखा जा चुका है।सीएमआरएस की NOC मिलने के बाद अब चुन्नीगंज से सेंट्रल स्टेशन तक मेट्रो संचालन का रास्ता साफ हो गया।पीएम मोदी अंडरग्राउंड मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं। मेट्रो अधिकारियों ने पीएमओ कार्यालय से समय मांगा था। सूत्रों के मुताबिक आगामी 24 अप्रैल को समय मिलने की संभावना है। अगर किसी कारणवश प्रधानमंत्री का कार्यक्रम निरस्त होता है तो 20 अप्रैल के बाद किसी भी दिन सीएम योगी अंडरग्राउंड मेट्रो सेक्शन का शुभारंभ करेंगे। मेट्रो प्रशासन उद्घाटन की तैयारियों में जुट गया है। पीएम मोदी और सीएम योगी को चुन्नीगंज से सेंट्रल स्टेशन तक मेट्रों से सफर कराने की भी तैयारी। सेंट्रल स्टेशन पर भी तैयारियां तेज हो गई हैं। जिले के प्रशासनिक अधिकारी भी तैयारियों में जुट गए है। वहीं पीएम मोदी की संभावित जनसभा को लेकर भी जीआईसी मैदान या निराला नगर ग्राउंड को देखा गया है। फिलहाल अभी तक किसी मैदान पर फैसला नहीं हो सका है।
अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशनो में एक विशेष बिल्डिंग बनाई गई है।जिसे सहायक या एन्सलेरी बिल्डिंग नाम दिया गया है।इनमें कई तरह के उपकरण लगाए गए है।जो स्टेशन के अंदर तापमान को ठंडा रखेंगे। ये उपकरण पानी के प्रबंधन से लेकर पावर बैकअप, स्वच्छता और सुरक्षा को सुनिश्चित करने में मदद करेंगे।इसमें मुख्यत कूलिंग टॉवर, चिलर प्लांट, डीजी रूम और पंप रूम स्थापित किए गए है।चिलर प्लांट स्टेशन की ऊष्मा को अवशोषित कर कूलिंग टॉवर के जरिए बाहर निकालेगे।इससे अंदर का तापमान ठंडा बना रहेगा।पंप रूम पानी की सप्लाई ,ड्रेनेज सिस्टम और अग्नि सुरक्षा प्रणालियों के प्रबंधन के लिए जरूरी है।यही से चिलर प्लांट और कूलिंग टॉवर के लिए पानी की आपूर्ति होगी ।जबकि डीजी रूम बिजली आपूर्ति बनाए रखने के लिए बैकअप देगा।इसमें मुख्यत टनल वेंटिलेशन सिस्टम को बनाए रखने के लिए है।