कानपुर
कानपुर से 20 दिन पहले पुलिस कर्मियों को चकमा देकर भागने वाला बंदी शातिर अपराधी शकील अहमद को कोतवाली पुलिस ने बारा जोड़ टोल प्लाजा से अरेस्ट कर लिया है। फरार होने के बाद पुलिस कमिश्नर ने उसके ऊपर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था। शातिर उस दिन वकील की ड्रेस में सफेद शर्ट और काला पैंट पहनकर पेशी पर आया था। कोर्ट परिसर से भागने के बाद बंदी शकील और लापरवाही करने वाले कांस्टेबल के खिलाफ कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
25 हजार का इनामी था शातिर शकील अहमद
कोतवाली थाना प्रभारी जगदीश पांडेय ने बताया कि 25 मार्च को नरवल के पनौरी गांव में रहने वाला बंदी शकील अहमद कोर्ट में पेशी पर आया था। उसे नर्वल के एक मामले में एसीजे जेडी-08 की कोर्ट में पेश करना था। दोपहर 1 बजकर 11 मिनट शकील को अन्य तीन अभियुक्तों के साथ कांस्टेबल अमित, सिराज और संदीप के साथ कोर्ट में पेशी के लिए भेजा गया था। इस दौरान शकील अहमद हेड कांस्टेबल सिराज को चकमा देकर भाग निकला।सिराज ने बताया था कि रास्ते में टॉयलेट के बहाने चकमा देकर भागा है। मामले में कोतवाली थाने में शकील अहमद और हेड कांस्टेबल सिराज के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इसके बाद से पुलिस फरार अपराधी शकील की तलाश में लगी हुई थी। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने शातिर शकील के खिलाफ 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था।
शकील रविवार को अपने एक रिश्तेदार के यहां पत्नी बच्चों से मिला और शहर से बाहर भागने की फिराक में था। इस दौरान सर्विलांस की मदद से पुलिस ने शातिर सकील को बाराजोड़ टोल प्लाजा कानपुर देहात और कानपुर के बॉर्डर से शकील को अरेस्ट कर लिया। अब उसे कोर्ट में दोबारा पेश करने के बाद जेल भेजा जा रहा है। शातिर ने पूछताछ में बताया कि उसे पत्नी ने 17 मार्च को मिलाई के दौरान काला पैंट और सफेद शर्ट दी थी। इससे कि वकीलों की भीड़ में उसे कोर्ट परिसर और कचहरी से भागने में आसानी रहे। प्लानिंग के बाद वह पेशी के दौरान पुलिस को चकमा देकर भागा था।
जेल में सजा काट रहा था शकील
कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया कि दिसंबर 2023 में नरवाल का रहने वाला शकील अहमद इलाके की एक नाबालिग लड़की को भगा ले गया था। नाबालिग के घर वालों ने शकील के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने शकील को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट भी दर्ज किया गया। कोर्ट ने शकील को 7 सालों की सजा सुनाई थी।