कानपुर नगर
आंबेडकर जयंती पर कानपुर की सड़कों पर उमड़ा जन सैलाब
बाबा साहब के विचारों से श्रोता हुए निहाल
भारतीय दलित पैंथर के आवाहन पर आज अम्बेडकर जयन्ती के पावन पर्व पर कानपुर नगर की सड़कों पर विशाल जन सैलाब उमड़ा । बाबा साहब डॉ० भीमराव अम्बेडकर जी का 134वां जन्मोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ।
कानपुर के मैकरावर्ट गंज छोटी पार्क में विगत चालीस वर्षों की भांति आज भी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का 134बॉ जन्मोत्सव बड़े ही धूम धाम के साथ मनाया गया इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने बाबा साहब के व्यक्तित्व एवं जीवन पर प्रकाश डाला और सभी से उनके बताए जीवन का अनुसरण करने का आग्रह किया ।
अम्बेडकर जन्मोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व कैबिनेट मंत्री उप्र स्वामी प्रसाद मौर्या एवं हथकरघा विभाग कैबिनेट मंत्री राकेश सचान को आमंत्रित किया गया था । मुख्य वक्ता के तौर पर सुप्रसिद्ध साहित्यकार शर्मिला रमा नोहर ने अपने विचार व्यक्त किए और बाबा साहब के संघर्षमय जीवन पर भी प्रकाश डाला, कार्यक्रम की अध्यक्षता सैय्यद तौफीक अहमद ने करी अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ० बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर एक ऐसे मसीहा हुए जिन्होंने जीवन पर्यन्त गरीब, शोषित, पीड़ित, मजलूमों व नारियों के उत्थान के लिए आजीवन संघर्ष किया और भारतीय संविधान की रचना कर सबको बराबरी का अवसर प्रदान किया । आजादी से पूर्व इस भारत वर्ष में अस्पृश्यता, छुआ-छूत चरम सीमा पर थी दलितों, पिछड़ों व नारियों को पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था ऐसी कठिन परिस्थितियों में डॉ० बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर जी ने सबको सामनता का अवसर भारतीय संविधान के माध्यम से दिलाया ।